आज की बिगड़ती जीवन-शैली और खराब खानपान के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कारण कई तरह की गंभीर समस्याएं होने लगती हैं। बता दें, यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल होता है, जो शरीर में प्यूरीन नाम के प्रोटीन के ब्रेकडाउन से बनता है। ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से गाउट की समस्या पैदा होने लगती है।

जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द, सूजन, दिल की बीमारी, डायबिटीज, स्ट्रोक जैसी समस्याएं होने लगती हैं। बता दें, यूं तो किडनी ब्लड में से ज्यादातर यूरिक एसिड को साफ कर देती है, जो मूत्र-मार्ग के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। हालांकि, जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है, तो किडनी टॉक्सिक पदार्थों को फ्लश आउट नहीं कर पाती। लेकिन, घरेलू उपायों के जरिए आप यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए अलसी के बीज काफी फायदेमंद है।

अलसी के बीज: अलसी के बीज पोषक गुणों से भरपूर होते हैं। इनमें ओमेगा 3, 6, 9 फैटी एसिड की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा अलसी में विटामिन बी1, विटामिन बी6, फाइबर्स, मैग्नीशियम, प्रोटीन, सेलेनियम, कॉपर, पोटैशियम, जिंक और एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। जो कई तरह की बीमारी से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं। साथ ही यह शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को भी नियंत्रित करते हैं।

इस तरह करें इस्तेमाल: रोजाना खाने के बाद अलसी के बीजों का सेवन करें। अलसी के बीज का स्वाद बढ़ाने के लिए आप चाहें, तो तवे पर डालकर उन्हें हल्का भून सकते हैं। फिर इसे एक जगह स्टोर कर लें। रोजाना खाना खाने के बाद एक चम्मच अलसी के बीजों का सेवन करें। इसके अलावा आप अलसी के बीजों का पाउडर बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।

शिमला मिर्च: शरीर में यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शिमला मिर्च खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि, यह जोड़ों के दर्द को कम करने में सहायक है। जिन लोगों को जोड़ों, घुटनों में दर्द की शिकायत रहती है, उन्हें नियमित तौर पर शिमला मिर्च का सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि, शिमला मिर्च में विटामिन ए, सी, के, फाइबर और कैरोटीनॉइड्स जैसे पोषक तत्वों की अच्छी-खासी मात्रा होती है।