आज की खराब जीवनशैली और बिगड़ते खानपान के कारण मनुष्य का शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। जो बीमारियां पहले बड़े-बुजुर्गों को हुआ करती थी, आज उसका शिकार युवा भी हो रहे हैं। ऐसे ही एक बीमारी है डायबिटीज की। डायबिटीज में ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ने के कारण दिल से जुड़ी बीमारी, तनाव, सिर दर्द, आंखों की रोशनी धुंधली होना, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर, वजन घटना और बार-बार पेशाव लगना जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

बता दें, शरीर में ब्लड शुगर तब बढ़ता है, जब पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बन पाता। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को अपना शुगर लेवल कंट्रोल करना बेहद ही जरूरी है। मधुमेह के रोगी अपने खानपान और जीवन-शैली में बदलाव कर, शरीर में शुगर की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं।

हल्दी: हल्दी का इस्तेमाल हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में किया जा रहा है। इसमें मौजूद पोषक तत्व इम्युनिटी को बूस्ट करने के साथ ही कई बीमारियों से बचाने में भी मदद करते हैं। एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन सी, के, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशिम, कॉपर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक की अच्छी-खासी मात्रा होती है। यूं तो हल्दी के सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है, लेकिन इसी के साथ यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करती है।

इस तरह करें इस्तेमाल: हल्दी का इस्तेमाल ज्यादा सब्जियों में किया जाता है। इसके अलावा आप 2 से 5 ग्राम हल्दी में थोड़ा-सा आंवले का जूस और शहद मिला लें। प्रतिदिन सुबह-शाम इसका सेवन करें। ऐसा करने से आप ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।

वहीं, आप हल्दी का काढ़ा भी बना सकते हैं। काढ़े को बनाने के लिए हल्दी में दारुहल्दी, तगर और वायविडंग मिला लें। फिर रोजाना सुबह-शाम 20 से 40 एमएल में 5 से 10 ग्राम शहद मिलाकर इसका सेवन करें। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित हो सकता है।

ब्लड शुगर लेवल रेंज: एक स्वस्थ व्यक्ति फास्टिंग के दौरान (यानी जिसने पिछले 8 घंटे से कुछ भी ना खाया हो), उनका नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल 70 से 99 mg/dl के बीच होता है। खाना खाने के बाद यह बढ़कर 140 mg/dl हो जाता है।