थायराइड एक ग्रंथि संबंधी रोग है, जिसमें गले के पास मौजूद थायराइड ग्रंथि हार्मोन के लेवल को कंट्रोल करती है। जब यह हार्मोन असंतुलित हो जाता है, तो वजन बढ़ना या घटना, थकान, बाल झड़ना, मूड स्विंग्स और डाइजेशन की समस्या जैसी परेशानियां सामने आती हैं। आजकल खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते थायराइड एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गई है। एक्सपर्ट के मुताबिक, डाइट ही थायराइड के हार्मोन लेवल को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऐसे में थायराइड की समस्या से राहत पाना है तो सही आहार और लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करना जरूरी है।

ब्रिटिश थायराइड फाउंडेशन के मुताबिक, थायराइड की बीमारी में कुछ लक्षण बॉडी में दिखने लगते हैं, जैसे अचानक वजन बढ़ना या फिर वजन का घटना, थकान और सुस्ती, हेयर फॉल, ड्राई स्किन, नींद नहीं आना, बहुत नींद आना, डिप्रेशन होना, मूड स्विंग होना, पीरियड में गड़बड़ी, कब्ज या दस्त होना आदि।

बत्रा हेल्थकेयर के संस्थापक, डॉ. मुकेश बत्रा के मुताबिक, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड की समस्या अधिक होने की संभावना होती है। रिपोर्ट के अनुसार, 200 मिलियन लोग थायरॉयड की समस्या से पीड़ित हैं। जिसमें 8 में से 1 महिला को थायराइड की समस्या है और पुरुषों की तुलना में उनमें यह स्थिति विकसित होने की संभावना 8 गुना अधिक है।

थायराइड के लिए फायदेमंद सुपरफूड्स

आयोडीन थायराइड हार्मोन के निर्माण में सबसे अहम पोषक तत्व है। इसकी कमी से हाइपोथायरायडिज्म जैसी समस्या हो सकती है। आहार में आयोडीन युक्त नमक, समुद्री मछली, दही और दूध को शामिल करें।

सेलेनियम से भरपूर फूड

सेलेनियम थायराइड हार्मोन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। सेलेनियम के लिए अपने खाने में अंडे, सूरजमुखी के बीज, ब्राजील नट्स, मशरूम और चना आदि को शामिल करें।

जिंक से भरपूर फूड

जिंक की कमी से थायराइड हार्मोन का लेवल प्रभावित हो सकता है। ऐसे में साबुत अनाज, पंपकिन सीड्स, बीन्स और दालें खानी चाहिए, क्योंकि इनमें जिंक भरपूर मात्रा में होता है।

प्रोटीन युक्त डाइट

प्रोटीन शरीर में मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है। अंडे का सफेद हिस्सा, पनीर, दही और दालें थायराइड में लाभकारी हैं। इसके अलावा प्रोटीन का सेवन हेल्दी और फिट रहने के लिए भी जरूरी है।

फल और सब्जियां

थायराइड मरीजों को फाइबर युक्त फल और सब्जियां खाना चाहिए, जैसे – सेब, गाजर, पालक और शकरकंद आदि। ये डाइजेशन को ठीक रखते हैं और वजन कंट्रोल करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से फल और सब्जियों का सेवन करने से थायराइड के साथ-साथ सेहत को भी फायदे मिलते हैं।

थायराइड मरीजों को किन चीजों से बचना चाहिए

  • क्रूसीफेरस सब्जियां- फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकोली और मूली जैसी सब्जियों का ज्यादा सेवन थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है।
  • ज्यादा प्रोसेस्ड फूड- पैक्ड फूड, तली-भुनी चीजें और जंक फूड थायराइड हार्मोन के असंतुलन को और बढ़ा सकते हैं।
  • सोया प्रोडक्ट्स- सोया में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड हार्मोन को दबा सकते हैं।
  • कैफीन और शुगर- चाय, कॉफी और मीठे पेय का ज्यादा सेवन थकान और हार्मोनल इम्बैलेंस को बढ़ा सकता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।