भगवान भोलेनाथ को प्रिय बेर फल सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि यह सेहत के लिए भी किसी संजीवनी से कम नहीं है। बेर को दुनियाभर में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। एशियाई देशों में बेर की सबसे ज्यादा पैदावार होती है। बेर का फल को चीनी सेब भी कहा जाता है। ये एक मौसमी फल है। बेर खासतौर पर डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होता है, ये ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर कई बीमारियों में बेहद फायदेमंद होता है। डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी ने बेर के फायदे बताए हैं।

बेर के पोषक तत्व

बेर के पोषक तत्वों की बात की जाए तो इसमें फास्फोरस, मैंगनीज, राइबोफ्लेविन, फ्लोराइड और फोलेट जैसे आवश्यक विटामिन और खनिज शामिल हैं। ये मांसपेशियों और हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

डायबिटीज

डायबिटीज एक ऐसी हेल्थ समस्या है, जिसका कोई स्थाई इलाज नहीं है। इसे खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का ध्यान रखकर कंट्रोल में रखा जा सकता है। हालांकि, बेर शुगर के स्तर को मैनेज करने में मदद कर सकता है। बेर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता। इसके अलावा इसमें घुलनशील फाइबर होता है, जो शुगर के अब्जॉर्प्शन को धीमा करता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है। बेर में मौजूद पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स डायबिटीज से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं।

पेट की समस्याओं से मिलेगी राहत

बेर का सेवन करने से पाचन क्रिया अच्छी रहती है। बेर में मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखता है और कब्ज से बचाता है। इसके साथ ही ये गट हेल्थ को सुधारता है और पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है। बेर में लैक्सेटिव गुण होते हैं, जो मल त्याग करने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।

दिल की हेल्थ के लिए लाभकारी

हार्ट की हेल्थ के लिए भी बेर बहुत ही फायदेमंद होते हैं। बेर में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं। ये हृदय की धमनियों को ब्लॉक होने से बचाता है और दिल को स्वस्थ रखता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।