हमारे शरीर का हर एक अंग दूसरे अंग से किसी ना किसी रुप में प्रभावित होता है इसलिए इनका काम भी एक दूसरे पर निर्भर है। इसी तरह आपकी आँखें केवल देखने का काम नहीं करती हैं। आँखें सेंट्रल नर्वस सिस्टम से जुड़ी होती हैं इसलिए जो भी चीजें आपके शरीर को प्रभावित कर रही हैं उनका असर आपकी आँखों पर भी दिखेगा। अगर आप शीशे में देखते वक्त अपनी आँखों में कुछ बदलाव महसूस कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपका शरीर किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है और आपकी आँखें उस समस्या का संकेत देना चाह रही हैं। इन संकेतों को अनदेखा ना करें।

ब्रेन ट्यूमर:
आँखों की कई ऑप्टिक नर्व्स ब्रेन से जुड़ी होती हैं। अगर आई एग्जाम करते वक्त आपका डॉक्टर ब्ल्ड वैस्ल्स या ऑप्टिक नर्व्स में किसी तरह की सूजन नोटिस करता है तो इसका मतलब है कि आपके ब्रेन के साथ कुछ गड़बड़ है। यह ब्रेन ट्यूमर या ब्लड क्लॉट जैसी गंभीर समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल:
कम समय के लिए विज़न लॉस होना हाई कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करता है। इस दौरान आपको महसूस होता है जैसे कोई पर्दा बार-बार आपकी आँखों के सामने आ रहा है और जा रहा है। हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण कैरोटिड धमनी में प्लाक जमने के कारण आँखों तक रक्त नहीं पहुंच पाता है इसलिए ऐसा होता है।

डायबिटीज:
आपकी आँखें आपको डायबिटीज के बारे में भी संकेत दे सकती हैं। विज़न में धुंधलापन होने का हमेशा ये मतलब नहीं है कि आपको चश्मे की जरुरत है बल्कि यह डायबिटीज के कारण भी हो सकता है। इसलिए समय से आई टेस्ट कराएं।

नींद की कमी:
अगर आपको आपकी आँखे थकी, लाल और सूजी दिख रही हैं तो यह इंफेक्शन के कारण नहीं बल्कि इसलिए भी हो सकता है क्योंकि आप पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं।