बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के चलते तनाव बहुत ही आम समस्या बन चुका है। मानसिक तनाव का बुरा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, जिसके चलते कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं। तनाव एक ऐसी समस्या है, जो धीरे-धीरे नींद क्वालिटी खराब करती है और इसके चलते ही शरीर कई बीमारियों की चपेट में आने लगता है। रात में कामकाज या फिर किसी अन्य टेंशन के चलते देर तक नींद नहीं आती और अच्छी नींद नहीं होने शरीर में एनर्जी कम होने लगती है और पूरा दिन बॉडी सुस्त महसूस करती है।
वहीं, आज की जनरेशन के लोगों को रात में देर तक जागना और सुबह देर से उठना अधिक हो गया है, जिसके चलते बॉडी क्लॉक बिगड़ने लगा है और ये समस्या आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण भी बन जाती है। अगर, आप भी नींद की समस्या से परेशान हैं और नींद की क्वालिटी सुधारना चाहते हैं, तो कुछ योगासन मदद कर सकते हैं। नोएडा के योसोम योग स्टूडियो के योग शिक्षक रजनेश शर्मा ने अच्छी नींद के लिए कुछ योगासन बताए हैं, जो न सिर्फ नींद को बेहतर बनाएंगे, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
योग शिक्षक रजनेश शर्मा के मुताबिक, एक सुकून भरी नींद मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग रात को देर तक जागते हैं और सोने से पहले दिमाग को शांत नहीं कर पाते। जिसके चलते अनिद्रा, तनाव और थकान आदि हो सकती है। ऐसे में सोने से पहले किए जाने वाले कुछ हल्के योगासन शरीर और मन दोनों को आराम पहुंचाते हैं और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं।
बालासन
बालासन करना नींद के लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है। इसे करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठों को आपस में मिलाएं और एड़ी पर बैठें। हाथों को आगे की ओर फैलाकर मैट पर रखें या शरीर के पास रखें। इसके बाद माथे को जमीन पर टिकाएं और गहरी सांस लें। बालासन नसों को शांत करता है और तनाव कम करता है। इससे पीठ और कंधों का तनाव दूर होता है। इसके साथ ही यह गहरी सांस लेने में मदद करता है।
विपरीत करनी आसन
इस आसन को करने के लिए दीवार के पास बैठें और पीठ के बल लेट जाएं। पैरों को सीधा दीवार पर टिकाएं और हाथों को शरीर के बगल में ढीला छोड़ दें। इसे करने से नसों को शांति मिलती है और मन को रिलैक्स होता है। यह पैरों की थकान और सूजन कम करता है। यह कमर दर्द में राहत देता है।
सुप्त मत्स्येन्द्रासन
नींद की क्वालिटी सुधारने के लिए सुप्त मत्स्येन्द्रासन बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैरों को मोड़कर छाती की ओर लाएं, पैरों को एक तरफ गिराएं और सिर को दूसरी दिशा में घुमाएं। इसके साथ दोनों कंधे जमीन पर टिके रहने चाहिए और कुछ देर बाद दूसरी तरफ से दोहराएं। सुप्त मत्स्येन्द्रासन पाचन को दुरुस्त करता है। रीढ़ की हड्डी के तनाव को दूर करता है। शरीर और दिमाग को शांत करता है।
सुप्त बद्धकोणासन
सुप्त बद्धकोणासन नींद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी हो सकता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। पैरों के तलवे आपस में मिलाएं और घुटनों को बाहर की ओर ढीला छोड़ दें। इसके बाद हाथों को शरीर के पास रखें, हथेलियां ऊपर की ओर रहें। यह आसन तनाव और थकान कम करता है। इसके साथ ही कूल्हों और छाती को खोलता है, जिससे सांस गहरी होती है। यह नर्वस सिस्टम को बैलेंस करता है।
शवासन
शवासन को करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं। हाथ-पैर को आराम से फैला लें। आंखें बंद करके धीरे-धीरे सांस पर ध्यान केंद्रित करें। यह आसन मन और शरीर को पूरी तरह शांत करता है। दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके साथ ही सोने से पहले गहरी रिलैक्सेशन देता है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।