एड्स एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसके लिए ह्युमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस (HIV) जिम्मेदार है। इस बीमारी में इम्युनिटी को बेहद नुकसान पहुंचता है जिसकी वजह से मरीज किसी भी बीमारी की चपेट में आसानी से आ जाता है। इस वायरस से पीड़ित इंसान की संक्रमण से लड़ने की ताकत कमजोर होने लगती है। HIV की लास्ट स्टेज एड्स है। एड्स एक गंभीर बीमारी है जो इस वायरस के कारण होती है।
HIV एड्स के लक्षण कॉमन फ्लू जैसे होते हैं जो संक्रमण होने के 2-6 हफ्तों में दिखने लगते हैं। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद दिखने वाले लक्षणों की बात करें तो बुखार आना,ठंड लगना,गले में खराश होना,मांसपेशियों में दर्द होना,बॉडी पर चकत्ते आना,रात में पसीना आना,ज्वाइंट पेन और ग्रंथियों में सूजन आना HIV एड्स के लक्षण हो सकते हैं।
HIV एड्स के यूरीन में भी कुछ लक्षण दिखते हैं। अगर समय पर इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो स्थिति को जटिल होने से बचाया जा सकता है। HIV एड्स के लक्षण हर इंसान में अलग-अलग दिखते हैं। कुछ लोगों में इस बीमारी के लम्बे समय तक कोई लक्षण नहीं दिखते जबकि कुछ लोगों में 2-3 हफ्ते में ही लक्षण दिखने लगते हैं। HIV के लक्षण पुरुषों और महिलाओं में काफी हद तक एक जैसे होते हैं लेकिन कुछ लक्षण ऐसे हैं जो पुरुषों में होते हैं महिलाओं में नहीं दिखते। आइए जानते हैं कि HIV के यूरीन में और बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।
पेशाब करते समय दर्द या जलन होना
HIV पॉजिटिव इंसान में पेशाब करते समय दर्द या जलन की परेशानी होती है। ज्यादातर मामलों में, यह गोनोरिया या क्लैमाइडिया जैसे सेक्सुअल ट्रांसमिटिड इंफेक्शन के लक्षण हैं। यह लक्षण प्रोस्टेट की सूजन का संकेत दे सकते हैं, जो मूत्राशय के नीचे एक छोटी ग्रंथि है। इस स्थिति को प्रोस्टेटाइटिस कहा जाता है। यह कभी-कभी जीवाणु संक्रमण के कारण भी होता है।
लो सेक्स ड्राइव
HIV की चपेट में आने वाले पुरुष में पर्याप्त मात्रा में सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन नहीं बना पाते हैं। यह स्थिति एचआईवी से जुड़ी है। इस वायरस का असर अंडकोष पर पड़ता है।
HIV पॉजिटिव होने पर पुरुषों की बॉडी में दिखते हैं ये लक्षण
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
- डिप्रेशन
- थकान
- बांझपन
- शरीर और चेहरे पर कम बाल उगना
- ब्रेस्ट के टिशूज में बढ़ोतरी होना शामिल है।
HIV एड्स कैसे फैलता है
- HIV एड्स रक्त संचरण के जरिए भी फैल सकता है।
- ये बीमारी असुरक्षित यौन संबंध बनाने की वजह से फैलती है।
- संक्रामित इंसान का इंजेक्शन इस्तेमाल करने से ये संक्रमण फैलता है।
- प्रेग्नेंसी में, फीडिंग कराने से या फिर बच्चे को जन्म देते समय भी महिला बच्चे को संक्रामित कर सकती है।
एड्स से बचने के उपाय
- एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध नहीं बनाएं।
- साथी के साथ रिलेशन बनाते समय सुरक्षा का ध्यान रखें।
- नशेड़ी लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए सिरिंज और सुई का इस्तेमाल नहीं करें।
- जो महिला एड्स से पीड़ित है वो कंसीव नहीं करें वरना उसका होने वाला बच्चा भी संक्रामित हो सकता है।