आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कम उम्र में ही लोग कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं, जो बीमारियां पहले 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों में आम होती थीं, वह अब 40-45 साल के लोगों को ही हो रही हैं। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ ही कूल्हे का दर्द, घुटने का दर्द और जोड़ों का दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं आमतौर दिखाई देती थी, लेकिन अब बुढ़ापे की समस्याएं कम उम्र के लोगों में अधिक हो रही है। जिसके चलते चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है और कामकाज भी प्रभावित होता है।

ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल, मुंबई के वरिष्ठ कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स, डॉ. अनूप खत्री ने बताया कि आजकल, 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कूल्हे में दर्द, घुटने में दर्द और जोड़ों में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इससे उम्र बढ़ने के साथ कुछ लोगों के लिए चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में इस समस्या को समय रहते ध्यान नहीं दिया जाता तो ये गंभीर हो सकती है और हड्डियां पूरी तरह से कमजोर हो सकती हैं।

सीढ़ियां चढ़ते समय क्यों होता है घुटनों में दर्द

दरअसल, सीढ़ियां चढ़ते समय या फिर वॉक करते समय गलत मुद्रा के कारण जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है। डॉ. अनूप खत्री ने बताया कि सीढ़ियां चढ़ते समय अपना आधा पैर सीढ़ियों पर रखने के बजाय, आपको अपना पूरा पैर इस्तेमाल करना चाहिए। पहले दाहिना पैर रखें। उन्होंने कहा कि यदि कमजोर पैर को पहले सीढ़ियों पर रखा जाए तो इससे घुटनों पर भारी दबाव पड़ सकता है और दर्द हो सकता है। सीढ़ियां चढ़ते समय सीधी मुद्रा में रहना बहुत महत्वपूर्ण है। सीढ़ियां चढ़ते समय शरीर इसके लिए तैयार रहता है। कुछ लोग सीढ़ियां तेज़ी से चढ़ते हैं। ऐसा करने के बजाय, अपना समय लें और धीरे-धीरे सीढ़ियां चढ़ें।

कैसे करें बचाव

इसके अलावा सीढ़ियां चढ़ते समय हैंडरेल का उपयोग करने से भी थोड़ी मदद मिल सकती है। यदि संभव हो तो चढ़ाई करते समय भारी सामान उठाने से बचना बेहतर है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे आपके घुटनों और कूल्हों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। अच्छी गुणवत्ता वाले गद्देदार जूते और फुटवियर पहनें। आपको सीढ़ियां चढ़ते समय जोड़ों में असहनीय दर्द महसूस हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

इस छोटी सी समस्या को नजरअंदाज करने से दर्द और भी बदतर हो सकता है। प्रतिदिन 45 मिनट की शारीरिक गतिविधि और व्यायाम घुटनों को मजबूत बनाता है। इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं। लंबे समय तक बैठने के बजाय चलने से घुटनों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। यदि आप चलने में असमर्थ हैं या थोड़ी देर चलने के बाद भी दर्द महसूस करते हैं, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ से परामर्श कर उपचार लेना सबसे अच्छा है।

घुटने के दर्द का इलाज?

  • घुटने के दर्द के लिए आपको कौन से उपचार की आवश्यकता होगी यह इस बात पर निर्भर करेगा कि दर्द किस कारण से हो रहा है। आमतौर पर RICE विधि से घर पर घुटने के दर्द का इलाज कर सकते हैं।
  • आराम करें- चोट को और अधिक गंभीर होने से बचाने के लिए दर्द पैदा करने वाली शारीरिक गतिविधि बंद कर दें।
  • बर्फ- चोट लगने के बाद पहले दिन हर घंटे 15 से 20 मिनट के लिए बर्फ की थैली या ठंडी पट्टी लगाएं।
  • संपीड़न- संपीड़न आपके सूजन को कम करने में मदद करता है। संपीड़न पट्टी लगाएं या इसे अपने घुटने के चारों ओर लपेटें। एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपको बता सकता है कि संपीड़न पट्टी को सुरक्षित रूप से कैसे लगाया और पहना जाए।

आंतों में कमजोरी होने पर दिखते हैं ये 8 लक्षण, इन 4 फर्मेंटिड फूड से करें परेशानी का इलाज, अरबों की संख्या में बढ़ेंगे गुड बैक्टीरिया और सुधर जाएगी गट हेल्थ। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।