अगर आप रोज़ फल खा रहे हैं, अच्छा भोजन कर रहे हैं, समय पर सो रहे हैं, फिर भी थकान, पैरों में कमजोरी, घुटनों में जकड़न या सीढ़ियां चढ़ते वक्त रुकना पड़ रहा है, तो यह सिर्फ उम्र का असर नहीं बल्कि आपकी थाली में छुपा ज़हर भी हो सकता है। जी हां, कुछ फल जिन्हें हम हमेशा से सेहतमंद मानते आए हैं, वो उम्र बढ़ने के बाद जहर भी बन सकते हैं।

ICMR और NIN की रिपोर्ट बताती है कि उम्र बढ़ने के साथ इंसुलिन सेंसिटिविटी, ब्लड सर्कुलेशन और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। ऐसे में कुछ फल जो युवाओं के लिए फायदेमंद हैं, बुजुर्गों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। कुछ फल धीरे-धीरे टांगों की ताकत को चूसते रहते हैं। कुछ फल ऐसे हैं जो अर्थराइटिस के मरीजों की दिक्कतों को बढ़ा सकते हैं। कुछ फल न सिर्फ जोड़ों की सूजन को बढ़ाते हैं बल्कि यूरिक एसिड को भी तेजी से बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फल हैं जो टांगों की ताकत को कम करते हैं और उम्र बढ़ने पर सेहत के लिए हानिकारक साबित होते हैं।

अनानास नहीं खाएं

अनानास को अक्सर सूजन कम करने वाला फल माना जाता है क्योंकि इसमें ब्रोमेलिन नामक एंजाइम होता है। लेकिन उम्र बढ़ने के बाद अनानास की एसिडिटी और शुगर शरीर में सूजन बढ़ा सकती है, खासकर घुटनों, टखनों और कूल्हों में। NIH की रिपोर्ट बताती हैं कि गठिया के मरीजों या ब्लड थिनर दवा लेने वालों के लिए ये फल और भी खतरनाक है क्योंकि ब्रोमेलिन खून को ज्यादा पतला कर सकता है।

केला खाने से बचें

केला पोटैशियम से भरपूर और ऊर्जा देने वाला फल माना जाता है, लेकिन AIMS की रिसर्च बताती है कि ये फल बुजुर्गों में ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट और शुगर शरीर में पानी रोकता हैं, जिससे पैरों में सूजन और भारीपन महसूस होता है। दिल के मरीजों और हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए केला खासतौर पर हानिकारक हो सकता है।

अंगूर बढ़ा सकता है दर्द और सूजन

अंगूर छोटे और मीठे जरूर होते हैं लेकिन इनमें फ्रुक्टोज अधिक मात्रा में होता है, जो लिवर में जाकर यूरिक एसिड में बदलते हैं। NIH’s की रिपोर्ट बताती है कि ये यूरिक एसिड समय के साथ जोड़ों में जमा होने लगता है और गठिया की समस्या को बढ़ाता है। अंगूर जल्दी-जल्दी और ज्यादा मात्रा में खाए जाते हैं, जिससे शुगर और यूरिक एसिड दोनों अचानक बढ़ जाते हैं। यूरिक एसिड जोड़ों के दर्द और सूजन का कारण बनता है।

तरबूज यानी मीठा धोखा

हार्वड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार यह फल बहुत तेजी से शुगर बढ़ाता है जिससे पैरों में सूजन, भारीपन और थकावट होती है। तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है। इसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। डायबिटिक बुजुर्गों के लिए यह पैरों में सूजन, थकान और भारीपन का कारण बन सकता है।

संतरा से करें परहेज

संतरा विटामिन सी के नाम पर एसिड का हमला करता है। संतरे में मौजूद सिट्रिक एसिड बुजुर्गों के जोड़ों की सतह को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके कारण सुबह घुटनों में अकड़न, कुल्हों में दर्द और बैठने के बाद खड़े होने में मुश्किलें महसूस हो सकती हैं।

हरा सेब नहीं खाएं

हरे सेब में मैलिक एसिड होता है जो नसों और जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है। हार्व मेडिकल स्कूल बताता है बढ़ती उम्र में यह एसिड नसों की गति को धीमा कर देता है। इसके चलते पैरों में जकड़न, जांघों में जलन और चलने में संतुलन बिगड़ने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

आम नहीं खाएं

आम बुजुर्गों के लिए सबसे खतरनाक फल साबित हो सकता है क्योंकि इसमें फ्रुक्टोज और ग्लूकोज की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह शुगर स्पाइस, सूजन और जोड़ दर्द को ट्रिगर करता है। डायबिटीज और गठिया के मरीजों के लिए आम मीठा ज़हर है।

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