हेल्दी और लंबी उम्र तक जीने के लिए दिल का हेल्दी रहना बहुत ही आवश्यक है, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में खानपान पूरी तरह बदल चुका है। आज के समय में लोग बर्गर, पिज्जा, समोसे और मैदे से बनी चीजों को ज्यादा खाना पसंद कर रहे हैं। जिसका असर न सिर्फ शरीर पर पड़ता है, बल्कि सेहत पर भी नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी की कमी, लगातार तनाव और नींद की कमी धीरे-धीरे हमारे दिल को प्रभावित करते हैं। इन सबके कारण ही ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, हार्ट से जुड़ी समस्या होने पर शरीर पर पहले से ही कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं और
हेल्थ रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा दिल के मरीज हैं और भारत में हर दस सेकंड में 1 दिल के मरीज की मौत होती है। हार्ट की बीमारी में अगर समय रहते लक्षणों को पहचान लिया जाए तो एक बड़े हादसे से बचा जा सकता है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर, डॉ. बिमल झांजर ने हार्ट अटैक आने से पहले शरीर पर दिखाई देने वाले लक्षणों को बताया है, जिनकी समय रहते पहचान करने से खतरे को टाला जा सकता है।
चक्कर आना या बेहोशी
अगर आपको खड़े होने या झुकने पर चक्कर आते हैं , तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जब हार्ट पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर पाता, तो मस्तिष्क तक कम ऑक्सीजन पहुंचती है, जिससे कमजोरी और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत जांच करवाना जरूरी है, खासकर अगर आप अधेड़ उम्र के हैं और इस तरह के चक्कर अक्सर आते हैं।
पैरों या एड़ियों में सूजन
पैरों या एड़ियों में सूजन में सूजन को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन सामान्य लगने वाली सूजन अक्सर किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है। जब हार्ट पूरी क्षमता से रक्त पंप नहीं कर पा रहा है, तो शरीर से तरल पदार्थ ठीक से बाहर नहीं निकल पाता और पैरों और एड़ियों में जमा होने लगता है। पैरों में भारीपन, जूतों में कसाव या एड़ियों पर दबाव महसूस होना, खासकर सुबह उठते समय, जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह सूजन हार्ट की कार्यक्षमता में कमी का शुरुआती संकेत हो सकता है।
थकान
व्यायाम के बाद थकान महसूस होना सामान्य है , लेकिन दिन भर कुछ न करने या आराम करने के बाद भी थकान महसूस होना एक गंभीर संकेत हो सकता है। हार्ट का काम पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप करना है। जब हार्ट यह काम ठीक से नहीं कर पाता, तो शरीर की कोशिकाओं को कम एनर्जी मिलती है और आप लगातार थका हुआ महसूस करते हैं। हार्ट गति रुकने से मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और चलने में भी कठिनाई हो सकती है।
सांस लेने में दिक्क्त
चलते, बात करते या सीढ़ियां चढ़ते समय अचानक सांस फूलना या सीने में जकड़न महसूस होना एक बहुत ही गंभीर लक्षण है। इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में “एक्सरशनल डिस्पेनिया” कहा जाता है। इसका कारण यह है कि हार्ट ठीक से रक्त पंप नहीं कर पाता और इस वजह से फेफड़ों में स्राव जमा हो जाता है। जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति हार्ट फेल्योर का कारण बन सकती है।
सीने में जकड़न या दर्द
सीने में जकड़न और दर्द हार्ट रोग के शुरुआती लक्षण हैं। कभी-कभी यह दर्द गर्दन, जबड़े या बाएं हाथ तक भी फैल सकता है। इन लक्षणों के आते-जाते रहने पर भी इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इसी अनदेखी के कारण कई लोगों को दिल के दौरे का सामना करना पड़ता है। ऐसा तब होता है जब हार्ट की मांसपेशियों को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता।
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