आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पाचन से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हो चुकी है, जिन्हें आमतौर पर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते गैस, अपच, एसिडिटी, कब्ज और पेट फूलना जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। दरअसल, पेट की सेहत यानी गट हेल्थ ही पूरे शरीर की नींव होती है। अगर गट हेल्थ अच्छी स्वस्थ नहीं है, तो इम्यून सिस्टम से लेकर मेंटल हेल्थ तक प्रभावित हो सकती है। मुंबई के सैफी हॉस्पिटल में मुख्य आहार विशेषज्ञ, तेहसीन सिद्दीकी ने बताया कि गट हेल्थ बेहतर बनाए रखने के लिए हल्का, हाइड्रेटिंग और फाइबर से भरपूर भोजन करना जरूरी है। इससे पाचन तंत्र मजबूत रहता है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डेली रूटीन की कुछ आदतें ऐसी होती हैं, जो धीरे-धीरे गट हेल्थ को बर्बाद कर देती हैं। ऐसे में अगर समय रहते आदतों को नहीं सुधारा गया तो पेट की छोटी-मोटी दिक्कतें आगे चलकर IBS यानी Irritable Bowel Syndrome, लीकी गट, अल्सर या ऑटोइम्यून डिजीज का कारण बन सकता है।

खाने को चबा-चबाकर न खाना

आजकल के समय में लोग इतनी जल्दी में रहते हैं कि खाना भी जल्दी-जल्दी खाते हैं और उसे ठीक से चबाते तक नहीं। खाना सही नहीं पचाने के चलते भोजन सही से पच नहीं पाता और पेट में गैस, अपच और भारीपन की समस्या होने लगती है। ऐसे में गट हेल्थ को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हर निवाले को कम से कम 25-30 बार चबाएं।

प्रोसेस्ड फूड का सेवन

आज के समय में लोग बाहर का खाना अधिक खाते हैं। पैकेज्ड फूड, बिस्किट, चिप्स, बेकरी आइटम्स और कोल्ड ड्रिंक्स में प्रिजर्वेटिव और केमिकल्स होते हैं, जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को मार देते हैं। इससे गट माइक्रोबायोम कमजोर होता है और इम्यूनिटी गिरती है। प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन गट हेल्थ के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है।

खाने के तुरंत बाद पानी पीना

आमतौर पर लोग खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं, जो गट हेल्थ के लिए सही नहीं होता। खाना खाने के बाद तुरंत पानी पीने से पेट में बनने वाला पाचक रस पतला हो जाता है और भोजन का पाचन धीमा हो जाता है। इससे कब्ज और एसिडिटी की समस्या बनी रहती है। पानी खाने के 30 मिनट बाद ही पिएं।

नींद की कमी

गट हेल्थ का संबंध नींद के साथ भी है। कम नींद या अधिक तनाव गट-ब्रेन एक्सिस को प्रभावित करता है। इससे गट फ्लोरा असंतुलित होता है, जिससे डाइजेशन की क्षमता कमजोर हो जाती है। गट हेल्थ को अच्छा और बेहतर बनाए रखने के लिए 7–8 घंटे की नींद और माइंडफुलनेस बेहद जरूरी है।

दवाइयों का सेवन

बहुत से लोगों छोटी-छोटी बातों को लेकर भी दवाओं का सेवन करते हैं। अधिक एंटीबायोटिक दवाइयां शरीर में बैक्टीरिया को खत्म करती हैं, लेकिन ये अच्छे बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देती हैं। इससे आंतों का संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसे में किसी भी प्रकार की दवा खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।