सर्दियों का मौसम आ रहा है और हवाएं ठंडी होती जा रही हैं। सुबह के कोहरे के कारण सूरज छिप जाता है और दिन के उजाले के घंटे भी कम होते जा रहे हैं। सर्दियों में कई बार ऐसा होता है कि लगातार कई दिनों तक धूप नहीं निकलती, जिससे शरीर में प्राकृतिक गर्मी और विटामिन डी, दोनों की कमी हो जाती है। सूरज विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है और जब यह कम होता है, तो शरीर में असंतुलन पैदा हो जाता है।

शुरुआत में थकान और मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों में दर्द होने लगता है। इसलिए सूरज कम होने पर अपने आहार से इस पोषक तत्व की पूर्ति करना जरूरी है।

मछली

समुद्री मछलियां प्राकृतिक रूप से विटामिन डी से भरपूर होती हैं। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, वसायुक्त मछलियां, खासकर सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन, विटामिन डी से भरपूर होती हैं। इन मछलियों का नियमित सेवन हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद करता है और शरीर को आवश्यक फास्फोरस और ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रदान करता है। जिन लोगों को कम धूप मिलती है, उन्हें हफ्ते में दो बार अपने आहार में ऐसी मछलियों को शामिल करना चाहिए।

मशरूम

जो लोग मछली या मांस नहीं खाना चाहते, उनके लिए मशरूम विटामिन डी का एक बेहतरीन स्रोत है। धूप में उगाए गए मशरूम विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं, क्योंकि पराबैंगनी किरणें उनमें विटामिन डी की मात्रा बढ़ा देती हैं। नियमित रूप से मशरूम खाने से हड्डियां और मांसपेशियां दोनों मजबूत रहती हैं। सर्दियों में इन्हें सब्जियों, सूप या सलाद में शामिल करें।

अंडे

अंडे की जर्दी में विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है। ये न केवल शरीर को विटामिन डी प्रदान करते हैं, बल्कि प्रोटीन, जिंक और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं। नाश्ते में अंडे शामिल करने से आपकी हड्डियां मजबूत रहती हैं और आपकी मांसपेशियों को जरूरी एनर्जी मिलती है। सर्दियों में रोजाना एक उबला अंडा खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।

फोर्टिफाइड दूध

गाय के दूध में प्राकृतिक रूप से कुछ विटामिन डी होता है, लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाला फोर्टिफाइड दूध इसकी मात्रा बढ़ा देता है। रोजाना एक गिलास गर्म दूध पीने से कैल्शियम और विटामिन डी दोनों की पूर्ति होती है। ठंड के दिनों में दूध में हल्दी या थोड़ा सा घी मिलाकर पीने से शरीर में गर्मी पैदा होती है और हड्डियां मजबूत रहती हैं।

फोर्टिफाइड जूस

जिन लोगों को दूध पसंद नहीं है, उनके लिए फोर्टिफाइड संतरे का जूस एक अच्छा विकल्प है। इसमें विटामिन डी और विटामिन सी भी होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। रोज सुबह एक गिलास संतरे का जूस पीने से हड्डियां मजबूत रहती हैं और सर्दी-जुकाम जैसे संक्रमणों से भी बचाव होता है।

इसके अलावा सुबह उठते ही कुछ लक्षण दिखाई देने पर भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना अधिक हो जाती है, इन साइन को भी इग्नोर करना आपके लिए भारी पड़ सकता है।