देश और दुनियां में ब्लड प्रेशर के मरीजों की तादाद में इज़ाफ़ा हो रहा है। ब्लड प्रेशर दो तरह का होता है। एक उपर वाला और दूसरा नीचे वाला। मेडिकल भाषा में ऊपर वाले बीपी को सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और नीचे वाले बीपी को डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है। दोनों तरह का बीपी ही सेहत के लिए नुकसानदायक है। भारत में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक हर 4 पुरुषों में से 1 पुरुष हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है। कुल मिलाकर एक अरब से ज्यादा लोगों को हाइपरटेंशन की समस्या है।
हाई ब्लड प्रेशर बॉडी के लिए जितना खतरनाक है उतना ही लो ब्लड प्रेशर भी बॉडी के लिए खतरनाक है। हाई ब्लड प्रेशर को ही लोग खतरनाक मानते हैं और उसकी दवाई कर लेते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि हाई बीपी की तरह ही लो ब्लड प्रेशर भी सेहत के लिए खतरनाक है।
बॉडी में पानी की कमी होने से दवाईयों का अधिक इस्तेमाल करने से,गंभीर चोट लगने से,तनाव से,खराब डाइट की वजह से बीपी लो की बीमारी हो जाती है। बीपी लो होने के लिए और भी कई कारण जिम्मेदार हैं। ujalacygnus के मुताबिक लो ब्लड प्रेशर के लिए कुछ बीमारियां भी जिम्मेदार हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी बीमारियों में बीपी लो होता है और इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कैसे करें।
लो ब्लड प्रेशर के लिए कौन-कौन सी बीमारियां हैं जिम्मेदार:
- प्रेग्नेंसी में हो सकती है लो ब्लड प्रेशर की बीमारी
- खानपान में लापरवाही
- दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण हो सकती है लो ब्लड प्रेशर की बीमारी
- डायबिटीज, एडिसन्स, थायरॉइड, टेंशन, सदमा जैसी बीमारियां लो ब्लड प्रेशर का कारण बनती है।
लो ब्लड प्रेशर के लक्षणों की पहचान कैसे करें: (low bp symptoms)
- ब्लड प्रेशर लो होने पर अचानक से सिर चकराने लगता है। इंसान को बैठे-बैठे चक्कर आने लगते हैं।
- बीपी लो होने पर आंखों पर भी उसका असर दिखता है। लो बीपी की वजह से आंखों की रोशनी कम होने लगती है।
- लो बीपी बेहोशी का कारण बनती है। बीपी का स्तर 120/80 mmHg से नीचे जाने पर मरीज को बेहोशी होने लगती है।
- बीपी का स्तर जब गिरने लगता है तो मरीज का जी मतली होने लगता है। उसे ऐसा महसूस होता है जैसे उल्टी आ रही है।
- लो बीपी का असर स्किन पर भी देखने को मिलता है। लो बीपी के कारण स्किन रूखी हो जाती है और बॉडी ठंडी दिखती है।
- कमजोरी महसूस होना भी बीपी लो होने के लक्षण है।
- बीपी का स्तर गिरने पर मरीज को सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।