दिल की सेहत किसी एक दिन में नहीं बनती, बल्कि यह आपकी डेली की छोटी-छोटी आदतें इसे हेल्दी और फिट बनाने का काम करती है। आजकल की भागदौड़ में खराब खानपान, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के चलते दिल से जुड़ी बहुत सी समस्या हो रही है। हालांकि, हार्ट डिजीज अचानक नहीं होती, बल्कि यह जो खाना हम खाते हैं, जितनी नींद लेते हैं, जितना चल-फिरते हैं या जितना तनाव झेलते हैं। ये सब चीजें धीरे-धीरे हमारे दिल की सेहत को प्रभावित करती हैं।
एनेस्थिसियोलॉजिस्ट और पेन मेडिसिन फिजिशियन, डॉ. कुनाल सूद ने बताया कि दिखने में सामान्य लगने वाली कुछ आदतें, जैसे प्रोसेस्ड फूड्स, मीठे पेय, तनाव और नींद की कमी, धीरे-धीरे हमारे दिल को कमजोर करती हैं। जिसका समय रहते ध्यान रखा जाए तो कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का ज्यादा सेवन
डॉ. सूद के मुताबिक, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स में रिफाइंड स्टार्च, शुगर, ट्रांस फैट और सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। ये फूड्स लंबे समय तक ताजा दिखाने के लिए बनाए जाते हैं लेकिन शरीर के लिए बेहद नुकसानदेह होते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, लगभग 70-80% डाइटरी सोडियम प्रोसेस्ड फूड्स से आता है, जो ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ाता है।
ज्यादा शुगर वाले ड्रिंक्स
डॉ. सूद के अनुसार, एक 12 औंस सोडा में लगभग 35-40 ग्राम चीनी होती है, जो कुछ ही मिनटों में ब्लड शुगर और इंसुलिन को तेजी से बढ़ा देती है। बार-बार ऐसा होने से शरीर इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाता है और लिवर में फैट जमा होने लगता है, जिससे ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ जाते हैं।
लंबे समय तक बैठे रहना
लंबे समय तक बैठना पैरों की मसल्स की पंपिंग और ब्लड सर्कुलेशन को कम कर देता है। तीन घंटे तक लगातार बैठे रहने से ब्लड वेसल्स की कार्यक्षमता घट जाती है और जो लोग 10 घंटे से अधिक समय तक बैठते हैं, उनमें ब्लड क्लॉट्स का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है।
नींद की कमी या खराब नींद
नींद सिर्फ आराम नहीं है, बल्कि यह शरीर की मरम्मत प्रक्रिया है। डॉ. सूद ने बताया कि कम या टूटी-फूटी नींद सिम्पैथेटिक सिस्टम को एक्टिव कर देती है, जिससे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ जाते हैं। लगातार नींद की कमी से हार्ट की नलियों की लचीलापन कम हो जाता है और हार्ट पर प्रेशर बढ़ता है।
धूम्रपान और वेपिंग
धूम्रपान और वेपिंग दोनों ही हार्ट और ब्लड वेसल्स को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। डॉ. सूद के मुताबिक, सिर्फ एक वेपिंग सेशन से भी आर्टरी स्टिफनेस बढ़ जाती है और ब्लड प्रेशर ऊंचा हो जाता है। लंबे समय तक करने से आर्टरी की अंदरूनी लाइनिंग यानी एंडोथीलियम को नुकसान पहुंचता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा सुबह उठते ही कुछ लक्षण दिखाई देने पर भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना अधिक हो जाती है, इन साइन को भी इग्नोर करना आपके लिए भारी पड़ सकता है।