Diabetes Remedies: डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है लेकिन इससे होने वाली जटिलताओं और परेशानियों को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मधुमेह रोगी अपने खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखें तो दिक्कत कम हो सकती है। इसके अलावा, शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए दवाइयों के साथ ही, घरेलू उपायों का इस्तेमाल भी कारगर साबित होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक किचन के कुछ मसाले डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय मसालों में स्वाद तो होता ही है, साथ में इन सभी में औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं जो स्वास्थ्य को बेहतर करने में मददगार साबित होते हैं।

लौंग: लौंग में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, साथ ही इनमें विटामिन्स और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। कई पोषक तत्वों से भरपूर लौंग डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। लौंग में प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को काबू में रखते हैं। साथ ही, मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने में सहायक लौंग शरीर में इंसुलिन का उत्पादन भी करते हैं।

तेजपत्ता: सब्जी और पुलाव में स्वाद बढ़ाने के लिए तेजपत्ता का तड़का लगाते हैं। किचन का ये मसाला रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सक्षम है। डायबिटीज टाइप 2 के मरीजों के लिए इसका इस्तेमाल कारगर साबित होता है। बता दें कि एक शोध में टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त 65 लोगों को शामिल कर इन्हें दो ग्रुप्स में बांटा गया।

पहले समूह में 50 और दूसरे में 15 लोग रखे गए। 50 लोगों को करीब एक महीने तक हर रोज दो ग्राम तेजपत्ते के इस्तेमाल की सलाह दी गई। तीस दिनों बाद जब उनका शुगर लेवल चेक किया गया तो उसमें 30 फीसदी गिरावट देखने को मिली।

इलायची: हरी इलायची में एंटी-बायोटिक्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही, ये एंटी-इन्फ्लेमेट्री और हाइपोलिपिडेमिक तत्वों से भी भरपूर होती है। ये सभी प्रॉपर्टीज शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसा भी मानते हैं कि रोजाना एक चम्मच इलायची पाउडर का सेवन करने से डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

सौंफ: फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है सौंफ। ये सभी पोषक तत्व शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने नहीं देते हैं। साथ ही, सौंफ में विषाक्त पदार्थों को बाहर करने के गुण भी मौजूद होते हैं जिससे खून साफ रहता है। बता दें कि सौंफ के दानों में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं जिन्हें बेहद शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट माना जाता है। ये तत्व इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है।