आंखों के लिए ब्लू लाइट का लम्बे समय तक इस्तेमाल आंखों को बीमार बना रहा है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का बढ़ता इस्तेमाल जाने अनजाने में आंखों को बीमार बना रहा है। मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट, टीवी या और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज से निकलने वाली ब्लू लाइट से भारत में लोगों को आंखों की कई समस्याएं हो रही हैं। इससे विजन धुंधला होता जाता है। लोग घंटों डेस्क वर्क करते हैं या फिर घंटों तक मोबाइल देखते रहते हैं जिसकी वजह से आंखों की पलकें नहीं झपकती और आंखें ड्राई होने लगती है।
13 अक्टूबर को, विश्व दृष्टि दिवस (world sight day 2022) मनाया जा रहा है इस मौके पर डॉ. महिपाल एस सचदेव, चेयरमैन- सेंटर फॉर साइट ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, दिल्ली ने जनसत्ता डॉट कॉम को बताया है कि भारत में लाखों लोग मोतियाबिंद से अंधे हो रहे हैं अगर ध्यान दिया जाए तो उनकी आंखों की रोशनी बढ़ सकती है। ग्लूकोमा से पीड़ित 40 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोग उचित थैरेपी के बिना स्थाई रूप से अंधे हो रहे हैं। डायबिटिक मैक्यूलर एडिमा का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है लेकिन लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है जिसकी वजह से उनका जीवन अंधकार में गुजर रहा है।
डॉ. विशाली गुप्ता, प्रोफेसर, विटेरोरेटिनल एंड यूविया, एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआई चंडीगढ़ ने बताया है कि भारत में आंखों की ज्यादातर बीमारियां ब्लू स्क्रीन पर ज्यादा समय गुजारने की वजह से बढ़ रही हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि अगर मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों का समय पर उपचार कर लिया जाए तो अंधेपन से बचा जा सकता है। विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंखों को लम्बे समय तक स्क्रीन पर फोकस करने से आंखों की कौन सी 4 परेशानियां लोगों को ज्यादा परेशान करती हैं और उसका उपचार कैसे करें।
ड्राई आइज़ होना:
लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखों के ड्राई होने की समस्या बढ़ने लगती है। जब लम्बे समय तक पलकें झपकती नहीं तो आंखों में परेशानी होती है। इससे आंखों में सूखापन और जलन की शिकायत रहती है।
आंखों की थकान:
आंखों की थकान एक ऐसी समस्या है जिसमें लम्बे समय तक कम्प्यूटर पर काम करने से या मोबाइल देखने से आंखे थक जाती है।
एज-रिलेक्टेड मैक्यूलर डिजेनरेशन (एएमडी)
एज-रिलेक्टेड मैक्यूलर डिजेनरेशन एक नेत्र रोग है जो विकसित देशों में वृद्ध लोगों में विजन लॉस का एक प्रमुख कारण है। ये परेशानी किसी भी इंसान को 40-50 साल की उम्र में होती है। उम्र बढ़ने पर लोगों को इस परेशानी की ओर ध्यान देने की जरूरत होती है। अगर समय पर पता लग जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है।
निकट दृष्टिदोष:
मायोपिया या निकट दृष्टिदोष एक ऐसी परेशानी है जिसमें दूर की चीजें देखने में परेशानी होती है। दूर की चीजें धुंधली दिखाई देती है। लंबे समय तक स्क्रीन को देखने से आपकी आंखों का फोकस आपके हाथ की लंबाई जितना रह जाता है, जिसकी वजह से आपको निकट दृष्टिदोष का खतरा हो सकता है।
आंखों की इन परेशानियों का उपचार कैसे करें:
- आंखों को हेल्दी रखना चाहते हैं तो स्क्रीन टाइम को कम करें। आंखों को हर आधा घंटे में झपकाएं।
- आंखों की ड्राईनेस दूर करने के लिए हाइड्रेशन आईड्रॉप का इस्तेमाल करें। ये आईड्रॉप ड्राई आइज़ की समस्या से बचाता है।
- सिर के ऊपर की रोशनी को इस तरह से एडजस्ट करें कि स्क्रीन की चमक कम से कम हो
- कंप्यूटर पर काम करते हैं तो स्क्रीन से कम से कम एक हाथ की दूरी पर रहें।
- डेस्क पर काम करते हैं तो हर आधा घंटे बाद 30-40 मिनट का ब्रेक लें।