International Women’s Day 2022: महिलाओं की अच्छी सेहत ना सिर्फ उनके लिए जरूरी है बल्कि उनके परिवार को बनाएं रखने के लिए भी जरूरी है। महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती है। भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में महिलाओं के पास ख़ुद का ख़्याल रखने का वक्त ही नहीं मिल पाता। महिलाओं पर ऑफिस के काम के साथ घर की भी ज़िम्मेदारी होती है, जिसका असर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।

महिलाओं को हर उम्र में अपनी सेहत का ध्यान रखने की जरूरत होती है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिनसे उनकी हेल्थ और मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। महिलाओं को अपनी हेल्थ के प्रति हमेशा सजग रहने की जरूरत है।

खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से महिलाओं में कुछ बीमारियां तेजी से पनप रही हैं, अगर समय रहते ध्यान नहीं रखा जाए तो जान को खतरा भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी बीमारियां महिलाओं को परेशान कर रही हैं और समय रहते उनके लक्षणों की पहचान कैसे की जाए।

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ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों की पहचान: ब्रेस्ट कैंसर खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की खराबी की वजह से पनपने वाली ऐसी परेशानी है जिनके मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। इस बीमारी की पहचान महिलाएं खुद भी कर सकती हैं। ब्रेस्ट के आकार में बदलाव, ब्रेस्ट में गांठ होना, ब्रेस्ट में दर्द और खून आना और ब्रेस्ट में सूजन होना शामिल है। आप भी खुद में इस तरह के लक्षण महसूस कर रही है तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।

सर्वाइकल कैंसर: सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में पनपने वाली ऐसी बीमारी है जो गर्भाशय के निचले हिस्से में ग्रीवा की कोशिकाओं में पैदा होता है। यह कैंसर पेपीलोमा वायरस के कारण होता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों की बात करें तो इस बीमारी से पीड़ित महिला को सेक्स के दौरान ब्लड आ सकता है। पीरियड के दौरान ब्लड फ्लों तेज हो सकता है। वजाइना में ब्लड के साथ पानी आना, वजाइना से बदबूदार पानी आना, पेडू में दर्द होना शामिल है।

विटामिन-डी की कमी होना: हमारे देश में लगभग 70 प्रतिशत महिलाओं में विटामिन-डी की कमी होती है। महिलाओं की मसरूफियत की वजह से ना तो वो अपने खान-पान पर ध्यान देती है और ना ही धूप में बैठती है जिसका नतीजा उनकी बॉडी में विटामिन डी की कमी होने लगती है। इस जरूरी विटामिन की कमी होने पर हड्डियों और पीठ में दर्द होने लगता है। डिप्रेशन और मन में उदासी रहती है। बाल बहुत ज्यादा झड़ने लगते हैं। विटामिन डी की कमी होने पर घाव देरी से भरता है।

एनीमिया: खराब खान-पान की वजह से ही महिलाएं एनिमिया का शिकार हो जाती हैं। भारत में लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं इस बीमारी से पीड़ित हैं। एनीमिया ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से महिलाओं में खून की कमी होने लगती है। पीरियड के दौरान और प्रेग्नेंसी में महिलाओं में ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है। महिलाओं में खून की कमी होने पर स्किन सफेद दिखने लगती है, जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी आ जाती है, कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट, चक्कर आना, बेहोश होना, सांस फूलना, हृदयगति का तेज होना और चेहरे एवं पैरों पर सूजन दिखाई देने लगती है।