शादी के बाद मां बनना किसी भी महिला के लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है। प्रेग्नेंसी में जहां पैरेंट्स को नए मेहमान का इंतजार रहता है वहीं महिला को कुछ शारीरिक और मानसिक तकलीफों के दौर से भी गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को तनाव ज्यादा रहता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बनाएं रखना बेहद जरूरी होता है। मां की अच्छी हेल्थ पर ही बच्चे की सेहत निर्भर करती है। इस दौरान बॉडी में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं जिसका असर महिलाओं के मूड से लेकर सेहत तक पर दिखता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं बॉडी में होने वाले इन बदलाव से बचने के लिए बॉडी को एक्टिव रखें और डाइट का ध्यान रखें। इस दौरान हैवी वर्कआउट आपकी और बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए प्रेग्नेंसी में योगा करना सबसे अच्छा है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरू बाबा रामदेव के मुताबिक प्रेग्नेंसी के चौथे और पांचवे महीने में कोई भी योगासन नहीं करें ये बहुत नाजुक समय होता है। इस दौरान सिर्फ आप प्राणायाम और ध्यान करें। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ खास योगासन ही करना चाहिए। इस दौरान खास योगासन करने से ना सिर्फ आपका तन-मन खुश रहेगा बल्कि आपका बच्चा हेल्दी और सुंदर भी बनेगा। प्रेग्नेंसी के दौरान योगा करने से आपकी डिलीवरी भी आसान होगी और बच्चे को जन्म देने के बाद भी बॉडी हेल्दी रहेंगी।

ताड़ासन कीजिए ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहेगा:

बाबा रामदेव के मुताबिक प्रेग्नेंसी में महिलाएं सुबह खाली पेट ताड़ासन करें। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ताड़ासन सबसे अच्छा योग माना जाता है। प्रेग्नेंसी में इस आसन को करने से गर्भवती महिलाओं का ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और बॉडी को मजबूती मिलती है। इसे करने से महिलाओं की रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और कमर दर्द से राहत मिलती है। इस आसन की मदद से हाथों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।

सुखासन कीजिए तनाव दूर होगा:

सुखासन जैसा की नाम से ही ज़ाहिर हो रहा है,इस आसन को करने से दिमाग को सुकून और चैन मिलता है। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को इस आसन को दिन में दो बार जरूर करना चाहिए। इस आसन को करने से तनाव दूर होता है और बच्चा भी हेल्दी रहता है। ये आसन बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाने में मदद करता है। प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन इंबैलेंस के कारण स्ट्रेस और डिप्रेशन की परेशानी बढ़ने लगती है ऐसे में इस योगासन से फायदा होगा।

उत्कट कोणासन कूल्हों,घुटनों और टांगों को करेगा मजबूत:

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं उत्कट कोणासन करें। इसे करने से शरीर की मांसपेशियों स्ट्रेच होती है और स्टिफनेस की परेशानी दूर होती है। इस आसन को करने से कूल्हों, घुटनें और टखनों के दर्द को फायदा पहुंचता है। इस योगासन को नियमित करने से महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाली कई समस्याओं में फायदा मिलता है।