लिवर खाना पचाने से लेकर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने, प्रोटीन बनाने, शरीर के विषाक्त पदार्थों को दूर करने और एनर्जी स्टोर करने समेत कई तरह के काम करता है। शरीर के सबसे बड़े अंगों में से एक लिवर पर यूं तो फैट की थोड़ी मात्रा पहले से ही मौजूद होती है लेकिन जब यह अपने भार से 10 गुना अधिक हो जाए तो इस स्थिति को फैटी लिवर कहा जाता है। आज के समय में खराब खानपान और अनियमित जीवनशैली के कारण लोग फैटी लिवर की चपेट में आ जाते हैं।

मेडिकल टर्म में फैटी लिवर को हेप्टिक स्टोटोसिस कहा जाता है। फैटी लिवर के कारण कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है। फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारण खराब खानपान है, ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स फैटी लिवर के मरीजों को खानपान के प्रति विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो खानपान में बदलाव के जरिए फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

नींबू: फैटी लिवर के मरीजों के लिए नींबू का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी लिवर सेल्स को फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। ऐसे में फैटी लिवर के मरीज अपनी रूटीन में नींबू को शामिल कर सकते हैं। इसके लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पानी में आधा नींबू निचोड़कर सेवन करें। आप चाहें तो इसमें एक चम्मच शहद भी मिला सकते हैं।

हल्दी: औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व मौजूद होता है, यह लिवर से वसा की मात्रा को कम करता है। इसके लिए एक गिलास पानी को पहले उबाल लें। फिर इसमें एक चुटकी हल्दी और नींबू का रस मिलाकर सेवन करें। आप हल्दी के पानी का सेवन सुबह के समय खाली पेट सेवन कर सकते हैं।

प्रोटीन: फैटी लिवर के मरीज अपनी डाइट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं। क्योंकि प्रोटीन लिवर पर मौजूद अतिरिक्त वसा को 20 प्रतिशत तक कम कर सकता है। ऐसे में आप अपनी डाइट में पनीर, दलिया और लो फैट मिल्क आदि को शामिल कर सकते हैं।