केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि उन सभी राज्यों, विशेषकर जहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है, में कोरोना जांच को तुरंत और तेजी से बढ़ाने की आवश्यकता है। मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में देश और राज्यों की कोरोना विषाणु संक्रमण की स्थिति के बारे में भूषण की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में संक्रमण दर मार्च के दूसरे सप्ताह से अब तक 0.56 फीसद से 8.24 फीसद तक पहुंच गई है। यह करीब 14.71 गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना की जांच तेजी से बढ़ाने की आवश्यकता है। यहां 5,256 लोगों की दस लाख जनसंख्या पर जांच हो रही हंै। यहां आरटी पीसीआर जांच का अनुपात भी बढ़ाने की जरूरत है।
सचिव ने बताया कि देश में महाराष्ट्र की स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि इस राज्य में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ सप्ताह में जांच में वृद्धि हुई है लेकिन उसकी रफ्तार कम है। यहां आरटी पीसीआर जांच के अनुपात में भी कमी आ रही है। राज्य की साप्ताहिक औसत संक्रमण दर 24.66 फीसद है। उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से कहा है वे जांच की संख्या को तुरंत और तेजी से बढ़ाएं। छत्तीसगढ़ में भी कोरोना मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और साप्ताहिक औसत मामले बढ़कर 11,504 तक पहुंच गए हैं। यहां जांच बढ़ी हैं लेकिन आरटी पीसीआर जांच का अनुपात कम हो गया है। छत्तीसगढ़ की साप्ताहिक औसत संक्रमण दर 27.95 फीसद तक पहुंच गई है। भूषण ने कहा कि हमने राज्य सरकार से कहा कि यदि उन्हें जांच प्रयोगशालाओं को स्थापित करने में परेशानी आ रही है तो वे ‘मोबाइल लैब’ का उपयोग कर सकते हैं।
सचिव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में साप्ताहिक प्रतिदिन मामले बढ़कर 10,227 हो गए हैं। राज्य में जांच बढ़ी हैं लेकिन उस रफ्तार से नहीं जिनती गति से संक्रमण बढ़ रहा है। राज्य में आरटी पीसीआर जांच का अनुपात कम है। हालांकि यहां संक्रमण की दर 4.38 फीसद है। पंजाब में मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जांच की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। राज्य में आरटी पीसीआर जांच का अनुपात 70 फीसद है। वहीं, पंजाब में दो सप्ताह से साप्ताहिक संक्रमण दर में मामूली कमी दर्ज की जा रही है। हालांकि यह अभी भी 8 फीसद से अधिक बनी हुई है। कर्नाटक में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ हैं और इस सप्ताह औसत 7,776 मामले दर्ज किए गए। जांच बढ़ी हैं लेकिन उस तेजी से नहीं जितनी रफ्तार से संक्रमण बढ़ रहा है। यहां आरटी पीसीआर जांच 90 फीसद से अधिक हैं जो संतोषजनक है। राज्य में साप्ताहिक संक्रमण दर 6.45 फीसद है।
भूषण ने बताया कि गुजरात में संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं साथ ही जांच भी तेजी से बढ़ी हैं। राज्य में आरटी पीसीआर जांच का अनुपात 48 फीसद के आसपास है और यहां संक्रमण दर कम होने के बाद अब फिर से बढ़ने लगी है। मध्य प्रदेश जांच बढ़ाने की आवश्यकता है और राज्य की साप्ताहिक 13.06 फीसद है। तमिलनाडु में आरटी पीसीआर जांच का अनुपात बेहतर है लेकिन प्रतिदिन जांच कम हो रही हैं। यहां जांच बढ़ाने की आवश्यकता है। राज्य की संक्रमण दर जांच बढ़ने की जांच 7.34 फीसद है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में साप्ताहिक संक्रमण दर 11.54 फीसद है जो चिंता की बात है। राज्य में जांच बढ़ाने की जरूरत है। केरल में संक्रमण के मामले घटने के बाद फिर से बढ़ने लगे हैं। वहीं, प्रतिदिन जांच में भी कमी आई है। राज्य में आरटी पीसीआर जांच का अनुपात भी संतोषजनक नहीं है। यहां साप्ताहिक संक्रमण दर 8.13 फीसद रही है। राज्य में जांच को तेजी से बढ़ाने की आवश्यकता है।