डिहाइड्रेशन एक ऐसी परेशानी है जिसे अक्सर लोग गर्मी में होने वाली समस्या मानते हैं। आप जानते हैं कि सर्दी में भी बॉडी में पानी की कमी होने का खतरा अधिक रहता है। इस मौसम में बेशक तापमान गर्म नहीं होता लेकिन पसीना तो आता है,यूरिन तो हम डिस्चार्ज करते हैं और बार-बार करते हैं जिससे बॉडी में पानी की कमी होने लगती है। सर्दी के मौसम में पानी और लिक्विड फूड्स का सीमित सेवन, चाय और कॉफी का बढ़ता सेवन बॉडी में पानी की कमी कर सकता है। सर्दी में लोग बॉडी को गर्म रखने के लिए अल्कोहल और कॉफी का सेवन करने पर ज्यादा जोर देते हैं। आप जानते हैं कि ये दोनों चीजें ही आपकी बॉडी में पानी की कमी करती हैं।

बॉडी में पानी की कमी होने पर यूरीन में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। अगर आपकी बॉडी में पानी पर्याप्त है तो यूरिन का रंग हल्का और पानी जैसा होगा। बॉडी में पानी की कमी होने पर यूरिन का रंग बदलने लगता है। डिहाइड्रेशन की परेशानी में यूरिन का रंग ज्यादा पीला हो सकता है।

डिहाइड्रेशन होने पर यूरिन डिस्चार्ज करने के बाद जलन और खुजली की परेशानी हो सकती है। बॉडी में पानी की कमी होने पर यूरिन कम मात्रा में भी डिस्चार्ज होता है। अगर आपको पेशाब ज्यादा पीला और झागदार आ रहा है तो आप तुरंत समझ जाएं कि आपकी बॉडी में पानी की कमी है। आइए जानते हैं कि बॉडी में डिहाइड्रेशन होने के लक्षण कौन-कौन से हैं और उनका इलाज कैसे किया जाए।

डिहाइड्रेशन होने के बॉडी में दिखने वाले लक्षण

  • बहुत अधिक प्यास लगना
  • दिल की धड़कन का तेज होना और तेज सांस लेना
  • पसीना नहीं आना
  • ब्लड प्रेशर का कम होना
  • स्किन का शिरिंक होना
  • आंखों का अंदर धंसना
  • यूरिन गाढ़ा और उसका रंग पीला होना

डिहाइड्रेशन कैसे यूरिन के लिए खतरनाक है जानिए 4 कार

डिहाइड्रेशन यूटीआई का बढ़ा सकता है खतरा

डिहाइड्रेशन से यूटीआई की परेशानी हो सकती है। बॉडी को मूत्रमार्ग से बैक्टीरिया को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ की आवश्यकता होती है। आस-पास रहने वाले बैक्टीरिया मूत्रमार्ग और मूत्राशय की परत को परेशान कर सकते हैं, जिसके कारण यूटीआई हो सकता है। पुरुषों और महिलाओं दोनों को यूटीआई हो सकता है, लेकिन यह परेशानी महिलाओं में अधिक आम है। महिलाओं में इस परेशानी के आम होने का कारण मूत्रमार्ग का छोटा होना है जो बैक्टीरिया के संपर्क में आता है।

किडनी स्टोन का बढ़ सकता है खतरा

बॉडी को किडनी से कैल्शियम, नमक और यूरिक एसिड जैसे अतिरिक्त खनिजों को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त मूत्र का उत्पादन करने की जरुरत होती है। जब बॉडी को पर्याप्त पानी नहीं मिलता तो ये टॉक्सिन बॉडी से बाहर नहीं निकल पाते तो किडनी स्टोन का कारण बनते हैं। डिहाइड्रेशन किडनी स्टोन का कारण बनता है जो काफी दर्दनाक है। इस परेशानी में आपको यूरिन के साथ ब्लड आ सकता है और बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो सकती है।

डिहाइड्रेशन ब्लैडर में बढ़ा सकती है सूजन

जब आपको डिहाइड्रेशन की परेशानी होती है जो उस समय आपकी बॉडी में पानी की मात्रा कम होती है। पर्याप्त तरल पदार्थ के बिना यूरिन अधिक गाढ़ा हो जाता है। यूरिन में मौजूद अतिरिक्त खनिज ब्लैडर की परत को परेशान कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप इंटरस्टिशियल सिस्टिटिस (interstitial cystitis) नामक एक दर्दनाक स्थिति हो सकती है।