खानपान में गड़बड़ी और उसपर शारीरिक स्थिरता के चलते आज के समय में लोग जल्दी-जल्दी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या, जिसके चलते ना केवल पीड़ित को जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न और सूजन का सामना करना पड़ता है, बल्कि लंबे समय पर ये आपकी किडनी पर भी बेहद खराब असर डालता है। यूरिक एसिड कोई बीमारी नहीं है, ये हमारे शरीर में बनने वाला ऐसा प्रोडक्ट होता है जो यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। बॉडी की फंक्शनिंग को मेंटेन करने के लिए यह जरूरी है। हालांकि, बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाने पर यह परेशानी का सबब भी बन सकता है।

आमतौर पर किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर कर पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देती हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में होने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होना शुरू हो जाता है। इससे हड्डियों में गैप बढ़ जाता है और इसी के चलते व्यक्ति को जोड़ों में असहनीय दर्द, अकड़न, सूजन, चलने-फिरने में दिक्कत जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, हाई यूरिक एसिड के चलते कई बार जोड़ों की शेप तक बदलने लगती है। वहीं, जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, यूरिक एसिड की समस्या खानपान में गड़बड़ी के चलते भी हो सकती है। ऐसे में अधिकतर लोगों का सवाल होता है कि क्या यूरिक एसिड के पीड़ित चाय पी सकते हैं? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब-

क्या चाय पीने से यूरिक एसिड बढ़ जाता है?

अधिकतर भारतीय दूध वाली चाय का सेवन करते हैं। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए मिल्क टी का सेवन हानिकारक साबित हो सकता है। दरअसल, दूध में फैट की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण शरीर में यूरिक एसिड का लेवल और बढ़ सकता है। मिल्क टी में चीनी भी उच्च मात्रा में इस्तेमाल की जाती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है और यह भी यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इन सब के अलावा दूध वाली चाय का बहुत ज्यादा सेवन करने से एसिडिटी की परेशानी भी आपको घेर सकती है, इससे भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने का खतरा रहता है।

इससे अलग यूरिक एसिड की परेशानी में एक्सपर्ट्स ग्रीन टी या अजवाइन की चाय पीने की सलाह देते हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हाई यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सक्षम हैं। साथ ही, ग्रीन टी पीने से गाउट जैसी बीमारी का खतरा भी कम होता है। वहीं, अगर आप ग्रीन टी या अजवाइन की चाय नहीं पी पाते हैं, तो ऐसे में आप कॉफी का सेवन कर सकते हैं।

बता दें कि हाई यूरिक एसिड से परेशान लोगों के लिए कॉफी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। कॉफी यूरिक एसिड बनाने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। साथ ही इसमें कुछ ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं, जो बॉडी में मौजूद प्यूरिन को तोड़ते हैं। इसके चलते भी यूरिक एसिड बनने की स्पीड स्लो हो जाती है और लोगों को राहत मिलती है। जापान में की गई एक स्टडी के मुताबिक, जो लोग दिन में 4 से 5 कप कॉफी पीते हैं, उनका यूरिक एसिड लेवल अन्य लोगों के मुकाबले काफी कम रहता है। कॉफी में मौजूद कैफीन और पॉलिफिनॉल्स गाउट की परेशानी पर असरदार साबित हो सकती है।

इसके अलावा अमेरिकन जर्नल ऑफ़ किडनी डिजीज में प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि कॉफी पीने से हमारी किडनी सही तरीके से फंक्शन करती है। साथ ही यह यूरिक एसिड को सही से छान पाने में भी सक्षम होती है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।