आज के समय में करोड़ों लोग डायबिटीज यानी मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त हैं और दुनिया में लगातार डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती है। जाने मानें कंसलटेंट फिजिशियन डॉक्टर अमरेंद्र झा के मुताबिक आने वाले वर्षों में दुनिया में सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीज भारत में पाए जाएंगे। बता दें कि मधुमेह की बीमारी में ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रूप से घटता-बढ़ता रहता है। हाई ब्लड शुगर लेवल के कारण जानलेवा स्थिति तक व्यक्ति के सामने पैदा हो सकती है।
डॉक्टर अमरेंद्र झा बताते हैं कि अगर आपको अधिक पेशाब आ रहा है, अधिक प्यास और भूख लग रही है, अचानक से वजन बढ़ रहा है और बाद में घट रहा है तो ये डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। अगर मधुमेह के गंभीर लक्षणों की बात करें तो इसके कारण आंखों की रोशनी धुंधली होना, ब्लड प्रेशर की शिकायत आदि हो सकती हैं।
इसके अलावा जब डायबिटीज के मरीजों को हार्ट अटैक आता है तो उन्हें साइलेंट चेस्ट पेन होता है। डॉक्टर अमरेंद्र झा बताते हैं कि मधुमेह के अधिकतर मरीजों को पता नहीं चल पाता कि उन्हें दिल का दौरा पड़ रहा है, बस उनका सांस थोड़ा-सा उखड़ा रहता है। इसकी वजह से सही समय पर उनका इलाज नहीं हो पाता।
कंसलटेंट फिजिशियन बताते हैं कि डायबिटीज के मरीजों में पेरिफेरल न्यूरोपैथी की समस्या हो सकती है, मतलब पैर और हाथों में मौजूद नर्व्स का काम करना धीरे-धीरे कम हो जाता है। अगर यदि किसी वजह से मरीज को चोट लग जाए तो उसे बहुत दिनों तक पता नहीं चल पाता और चोट का अनुभव भी नहीं हो पाता।
डायबिटीज के मरीजों को इग्नोर नहीं करने चाहिए ये लक्षण:
पैरों में सूजन को ना करें इग्नोर: डायबिटीज के मरीजों को सबसे अधिक किडनी की शिकायत होती है। ऐसे में मधुमेह के मरीजों को पैरों में सूजन को इग्नोर नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मधुमेह के रोगियों में दिल का काम करना भी कम हो जाता है, इसके कारण भी पैरों में सूजन आ जाती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को लक्षणों पर अधिक ध्यान रखना चाहिए।
स्किन इंफेक्शन: मधुमेह के रोगियों को स्किन इंफेक्शन भी काफी अधिक होते हैं। क्योंकि उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर आपको कोई फंगल इंफेक्शन हो गया है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
