पैरों का दर्द और सूजन लोगों को बेहद परेशान करती है। कभी-कभी पैरों में दर्द और सूजन होना कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन लगतार और रोज हो तो ये किसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं। रोजाना पैरों में दर्द और सूजन होने पर आपको मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। कभी कभी पैरों और टखनों में सूजन आना एक आम समस्या है। ये परेशानी उम्र बढ़ने पर लोगों को ज्यादा होती है। टखनों और पैरों में असामान्य तरल पदार्थ जमा होने से सूजन हो सकती है जिसे एडिमा कहा जाता है। एडिमा एक ऐसी बीमारी है जिसका सबसे ज्यादा शिकार प्रेग्नेंट महिलाएं और बुजुर्ग होते हैं।
एडिमा की वजह से पैरों में सूजन की परेशानी हो सकती है। कई बार ये सूजन चेहर तक पर दिखाई दे सकती है। अब सवाल ये उठता है कि इस सूजन की पहचान कैसे करें। बिना चोट और घाव के अगर पैरों में सूजन आए तो वो एडिमा है। अगर आप भी पैरों में सूजन महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। आइए जानते हैं कि इस बीमारी के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसका बचाव कैसे करें।
एडिमा क्या होता है?
एडिमा बॉडी के टिशूज में अतिरिक्त फ्लूड जमा होने के कारण होने वाली सूजन हैं। हालांकि एडिमा बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकता है लेकिन हाथों, बाहों, टखनों और पैरों में ये बीमारी अधिक देखी जा सकती है। एडिमा की बीमारी हार्ट फेल, किडनी की बीमारी और लीवर सिरोसिस की वजह से हो सकती है। इस बीमारी से बचाव करने के लिए सबसे पहले खान-पान में बदलाव करना जरुरी है। डाइट में नमक का कम सेवन करके इस बीमारी को काफी हद तक काबू किया जा सकता है।
एडिमा के लक्षणों में शामिल हैं:
- पैरों की स्किन के नीचे ऊतक में सूजन होना
- खिंची हुई या चमकदार स्किन
- त्वचा पर कुछ सेकंड तक दबाने से गड्ढे बनना
- पेट के आकार में वृद्धि होना शामिल है।
इन उपायों को अपनाएं:
- पैरों में ए़डिमा के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो अपने पैरों को बैठते समय लटकाए नहीं बल्कि ऊपर उठाकर बैठें।
- पैरों में एडिमा की वजह से सूजन दिख रही है तो आप सूजन को कम करने के लिए स्टॉकिंग का इस्तेमाल करें।
- काफी देर तक खड़े नहीं रहें या फिर बैठे नहीं। पैरों पर दबाव पड़ने से सूजन बढ़ने लगती है।
- पैरों की गर्म पानी से सिकाई करें सूजन में कमी आएगी।
- डाक्टर से इलाज कराएं।