किसी बीमारी या स्वास्थ्य स्थिति का पता लगाने का सबसे आसान तरीका उसके लक्षणों को पहचानना है। शरीर में नजर आने वाले बदलाव या कुछ खास लक्षण आपको समय रहते बड़ी से बड़ी बीमारियों की पहचान करने में मदद कर सकते हैं, जिसके बाद सही इलाज के साथ आप स्थिति को गंभीर होने से रोक सकते हैं। जैसे- अगर आपको लगातार खांसी हो रही है या खांसते समय खून आ रहा है, तो ये फेफड़ों के कैंसर के सबसे आम लक्षणों में से एक है। इस लक्षण को समझकर आप समय रहते सही इलाज के साथ इस स्थिति से बाहर निकल सकते हैं।

हालांकि, कुछ मामलों में ये संकेत इतने मामूली होते हैं, जिन्हें अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं, जब उन्हें अनदेखा किया जाता है तो समय के साथ वे बेहद खतरनाक होते चले जाते हैं। यहां हम आपको हाथ और पैरों की उंगलियों में नजर आने वाले एक ऐसे ही लक्षण के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

इस लक्षण को न करें नजरअंदाज

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आपकी उंगली, कलाई और हाथ में सूजन है, साथ ही ये स्थिति कई दिनों से बनी हुई है, तो ये एडिमा के चलते हो सकती है। वहीं, एडिमा किडनी से जुड़ी बीमारी, लिवर डिजीज यहां तक की कुछ मामलों में हार्ट फेलियर का संकेत भी हो सकता है। हाथों में होने वाली ये सूजन आपके शरीर के टिशू में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने के कारण होती है।

किडनी को कैसे करती है प्रभावित?

इसे लेकर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हमारे शरीर में किडनी का मुख्य काम खून से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर पर पेशाब के रास्ते बाहर निकालना है। ह्यूमन बॉडी में मौजूद दोनों किडनी मिलकर हर एक दिन में करीब 200 लीटर तरल पदार्थ फिल्टर करती हैं। हालांकि, किडनी में कोई परेशानी आने पर इसकी कार्यप्रणाली कमजोर पड़ने लगती है। इस स्थिति में फिल्टर हुआ तरह पदार्थ एडिमा का कारण बन सकता है। यानी अगर लंबे समय से आपके हाथ या पैरों की उंगलियों में सूजन है या आपको उनमें तरह पदार्थ जमा हुआ महसूस हो रहा है, साथ ही तमाम तरीके अपनाने के बाद भी इससे छुटकारा नहीं मिल पा रहा है, तो एक बार अपनी किडनी की जांच जरूर करा लें।

लिवर डिसीज

हाथ और पैरों में लगातार बनी हुई सूजन लिवर में गंभीर समस्या आने की ओर इशारा हो सकती है। दरअसल, लिवर की बीमारी के कारण प्रोटीन के उत्पादन में कमी आने लगती है। वहीं, प्रोटीन रक्त में द्रव संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी है। ऐसे में लिवर के ठीक तरह से काम न करने पर द्रव टिशू में जमा होने लगता है और एडिमा का कारण बन जाता है। ऐसे में अगर आपको हाथ-पैरों में सूजन के साथ-साथ ड्राई स्किन, हथेलियों और तलवों पर खुजली, गहरे रंग का मूत्र जैसे लक्षण नजर आएं, तुरंत लिवर की जांच करा लें।

हार्ट फेलियर

इन सब से अलग उंगलियों में बनी रहने वाली सूजन हार्ट फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति का भी चेतावनी संकेत हो सकती है। जब हार्ट ब्लड को प्रभावी ढंग से पंप करने में असमर्थ होने लगता है, तो इस स्थिति में भी फेफड़ों और अन्य ऊतकों में तरल पदार्थ का निर्माण होने लगता है। ऐसे में अगर आपको उंगलियों में सूजन के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है, लगातार खांसी बनी हुई है या तेज या अनियमित दिल की धड़कन, थकान और कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो बिना अधिक समय गवाए डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।

इस तरह केवल अपनी उंगलियों पर ध्यान देकर भी आप जानलेवा स्थिति से खुद को बचा सकते हैं।