दिवाली के मौके पर घरों में तरह-तरह के पकवान बनते हैं और ढ़ेरों मिठाइयां आती हैं। ऐसे में कोई भी अपनी सेहत के प्रति ध्यान नहीं देता। नवंबर के महीने में पाचन बेहद ही स्लो हो जाता है, इस कारण पकवान और मिठाइयां पचने में काफी मुश्किल होती है। इसलिए त्योहारी सीजन में डायबिटीज के मरीजों को अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है। क्योंकि खानपान में थोड़ी-सी भी लापरवाही बरतने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने से हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, ब्रेन स्ट्रोक और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए त्योहारों के मौके पर हेल्थ एक्सपर्ट्स मधुमेह के रोगियों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।
दिवाली के मौके पर डायबिटीज के मरीज इन बातों का रखें ध्यान:
सीमित खाएं: दिवाली के मौके पर हर किसी का मीठा खाने का खूब मन करता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों को भूलकर भी मिठाइयां और मीठे पकवानों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है। हालांकि आप डॉक्टर की सलाह पर सीमित मिठाइयों का सेवन कर सकते हैं।
समय पर लें दवाई: त्योहार के दौरान अकसर अधिक कामकाज के चक्कर में लोग अपनी दवाई लेना भूल जाते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीज अपनी दवाइयां और खानपान का अधिक ख्याल रखें। क्योंकि दवाइयों से ही खून में ग्लूकोज का स्तर मेंटेन रहता है।
समय पर चेक करें ब्लड शुगर लेवल: त्योहारों के मौके पर खासतौर पर मधुमेह के रोगियों को अपना ब्लड शुगर लेवल समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए। इससे आपको रक्त शर्करा का स्तर संतुलित रखने में मदद मिलेगी।
खानपान ठीक रखें: मधुमेह का मरीजों को अपने खान-पान का अधिक ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इससे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए और हर 2 से 3 घंटे में कुछ-ना-कुछ खाते रहना चाहिए।
एक्सरसाइज: डायबिटीज के मरीजों को नियमित तौर पर एक्सरसाइज करना चाहिए क्योंकि व्यायाम करने से बॉडी में बन रही अतिरिक्त कैलोरीज बर्न हो जाती हैं।