गर्मियों के मौसम में हीट स्ट्रोक यानी लू लगना बहुत गंभीर समस्या बन सकती है। गर्मी के बढ़ते ही खासकर हीट स्ट्रोक से सबसे ज्यादा बचने की जरूरत है। हीट स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति बन सकती है, खासतौर पर जब शरीर का तापमान 104°F (40°C) से ऊपर चला जाता है। शरीर का तापमान अचानक बहुत बढ़ जाता है, जिससे चक्कर, बेहोशी, सिर दर्द और कभी-कभी जान को भी खतरा हो सकता है। योग गुरु और आयुर्वेद एक्सपर्ट स्वामी रामदेव ने हीट स्ट्रोक से बचने के कुछ बेहद आसान और प्राकृतिक उपाय बताए हैं। जिनकी मदद से चिलचिलाती गर्मी में भी शरीर हेल्दी और बीमारियों से दूर रहेगा।

स्वामी रामदेव के मुताबिक, जब शरीर का थर्मल सिस्टम फेल हो जाता है, तो कमजोरी, थकान, उल्टी, चक्कर आने लगते हैं। इसे हीट स्ट्रोक के लक्षण के रूप में माना जाता है, क्योंकि जब शरीर का तापमान नॉर्मल से ज्यादा हो जाता है और बॉडी खुद को ठंडा नहीं रख पाती। ऐसे में गर्मियों के मौसम में शरीर का तापमान मेंटेन में रखना बहुत ही आवश्यक है।

खाली पेट बाहर नहीं निकलें

गर्मियों के मौसम में खाली पेट बाहर नहीं निकलें, क्योंकि धूप में निकलने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है और चक्कर आ सकते हैं। गर्मी में घर से बाहर निकलने से पहले कुछ ठंडा और एनर्जी देने वाला खा लें जैसे कि छाछ, बेल शरबत या खजूर। ऐसा करने से शरीर में एनर्जी लेवल बना रहेगा और कमजोरी महसूस नहीं होगी।

नारियल पानी या आम पन्ना

गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक से बचने के लिए नारियल पानी या फिर आम पन्ना पिना बहुत ही लाभकारी हो सकता है, क्योंकि नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है। इसके अलावा आम पन्ना यानी कच्चे आम का शरबत शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस करता है और लू से बचाता है। इससे शरीर में पानी कमी नहीं होगी।

ज्यादा पानी पिएं

गर्मी के मौसम में पानी ज्यादा पीना चाहिए, क्योंकि शरीर में पानी का लेवल कम होने का सीधा असर किडनी पर पड़ता है। पानी की कमी के चलते किडनी से संबंधी समस्या हो सकती है। इसके अलावा गर्मी व लू से बचाव के लिए खूब पानी पिएं और खाली पेट नहीं रहें, शराब व केफिन के सेवन से बचें।

वहीं, रिसर्च के अनुसार, जो लोग रोजाना 2-3 कप ब्लैक कॉफी पीते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 25-30 प्रतिशत तक कम हो सकता है।