Piles Home Remedies: बावसीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है। इस बीमारी में लोगों का चलना-फिरना और उठना-बैठना मुहाल हो जाता है। इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह है कब्ज की समस्या। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यदि कब्ज की समस्या सप्ताह भर से ज्यादा रह जाती है तो व्यक्ति को पाइल्स होने का खतरा रहता है। पाइल्स में व्यक्ति के मल द्वार के बाहर या अंदर गांठ बन जाती है, जिसकी वजह से तेज दर्द का सामना करना पड़ सकता है। बवासीर दो प्रकार की होती है, पहली खूनी बवासीर और बादी बवासीर। यह बीमारी बड़े बुजुर्गों में आम है लेकिन आजकल युवाओं को भी हो रही है।
बवासीर किस वजह से होती है?
बवासीर की समस्या कई कारणों से होती है। यह ठीक से मल न निकलने के कारण या कब्ज की समस्या के कारण भी हो सकता है। इससे गुदा में मस्से भी हो जाते हैं और दर्द होता है।
बवासीर का घरेलू इलाज
वैसे तो बवासीर से छुटकारा पाने के कई घरेलू नुस्खे हैं लेकिन जिमीकंद की सब्जी खाने से इस समस्या से निजात मिल जाती है। सूरन खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। यह जमीन के अंदर उगने वाली जड़ वाली सब्जी है। इस सब्जी को उगाने में करीब एक साल का समय लगता है। इस सब्जी में कई औषधीय गुण होते हैं, इससे बवासीर की बीमारी दूर होती है।
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पाइल्स की बीमारी में कब तक खाएं सूरन ?
सूरन की सब्जी खाने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है। जिमीकंद की सब्जी लगातार 2 हफ्ते तक खाने से बवासीर की समस्या में आराम मिलता है। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए जिमीकंद खाने के बाद छाछ पीना बहुत फायदेमंद होता है।
कैसे बनाएं सूरन की सब्जी ?
सूरन अर्थात जिमीकंद बहुत कठोर होता है। इसे काटने से पहले हाथों पर सरसों का तेल लगा लें और फिर नमक के पानी से हाथ धो लें, फिर सूरन को काट लें। सूरन के टुकड़ों को आग पर सेकिये या उबाल कर भी बना सकते हैं। इसके बाद यह नरम हो जाएगी, फिर आप इसे सामान्य सब्जियों की तरह भून कर सूरन की सब्जी बना सकते हैं, हालांकि इसे पकाने में काफी समय लगता है क्योंकि इसे पकाने में ज्यादा समय लगता है। बवासीर के लिए सूरन करी बना रहे हैं तो उसमें तेल और मसाले कम डालें।