Treatment for Anal Fissure: आपने कब्ज, बवासीर, फिशर और बवासीर के नाम तो सुने या पढ़े होंगे। उनमें से बहुत से लोग कब्ज और बवासीर के बारे में जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिशर क्या हैं और अक्सर कब्ज या बवासीर के साथ इनका नाम क्यों लिया जाता है? फिशर वास्तव में एनल के अंदर छोटे टिशू होते हैं, जो एनल कैनल में स्थित होते हैं। जब गुदा मार्ग में किसी प्रकार का कट या दरार बन जाता है तो उसे फिशर कहते हैं।
यह रोग बवासीर (Difference between Piles, Fissures and Fistula) के समान होता है। बवासीर में गुदा मार्ग के अंदर या बाहर फफोले बन जाते हैं और इनमें से खून भी निकल सकता है, लेकिन दरारों में एनल कैनल कट जाती है या फट जाती है। यह शौच करने या कठोर मल त्यागने के दौरान हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो आप पेशाब करते समय बवासीर के समान दर्द या ब्लीडिंग का अनुभव कर सकते हैं।
फिशर के उपचार
आयुर्वेद चिकित्सकों के मुताबिक यह रोग कब्ज के कारण होता है और इसलिए कब्ज को रोकने या राहत देने के लिए इसका जड़ से उपचार करने की आवश्यकता है। मेडिकली इसके लिए कई दवाइयां हैं, लेकिन आप अपने आहार में बदलाव कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस स्थिति में आपको किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
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पपीते का करें सेवन
आयुर्वेदिक डॉक्टर डॉ. मिहिर खत्री के अनुसार पपीते में पैपिन नामक एक एंजाइम होता है जो पाचन में सुधार करता है, जिससे कब्ज और मलाशय की समस्याओं से पीड़ित लोगों को राहत मिलती है। पपीता खाने से बेचैनी कम होती है और मल त्याग में सुधार होता है। पपीते का सेवन आप मिड मॉर्निंग स्नैक या सलाद के रूप में कर सकते हैं।
ब्लैक करेंट
आयुर्वेदिक डॉक्टर डॉ. मिहिर खत्री के मुताबिक ब्लैक करेंट फाइबर से भरपूर होते हैं। रात को 20-30 किशमिश पानी में भिगो दें और सुबह सबसे पहले इन्हें खा लें और फिर जिस पानी में किशमिश भिगोई हैं उसे पी लें। यह कब्ज से छुटकारा पाने और आंतों की शारीरिक कार्यप्रणाली में सुधार करने में मदद करेगा।
वेजिटेबल सूप
डॉ. मिहिर खत्री ने बताया कि वेजिटेबल सूप एक बहुत ही लोकप्रिय व्यंजन है। क्योंकि लोग अब इसके महत्व को समझ रहे हैं और इसलिए वेजिटेबल सूप की डिमांड ज्यादा है। यदि आप रात के खाने के लिए सब्जी का सूप खाते हैं, तो बढ़िया! सब्जियां फाइबर से भरपूर होती हैं, जो पाचन में सुधार करती हैं, मल त्याग में सुधार करती हैं और कब्ज से राहत दिलाती हैं।
दूध में देसी घी डालकर पिएं
डॉ. मिहिर के अनुसार अगर आपको कब्ज, बवासीर या फिशर जैसी गंभीर समस्या हो रही है तो आपको रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच देसी घी मिलाकर पीना चाहिए। इससे आंतों में जमा मल मुलायम होता है और कब्ज दूर होती है।