53 वर्षीय सुपरमॉडल नाओमी कैंपबेल ने हाल ही में एक बच्चे को जन्म दिया है। दो साल में ये उनका दूसरा बच्चा है। नाओमी ने अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर अपने नवजात बेटे की एक तस्वीर साझा करते हुए महिलाओं को बड़ी उम्र में मां बनने के लिए सलाह दी है। अक्सर कहा जाता है कि 30 साल की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी जटिलताओं का कारण बन सकती है, लेकिन तकनीकी प्रगति और एग फ़्रीज़िंग और डोनर एग इम्प्लांट जैसे विकल्पों की मदद से महिलाएं बढ़ती उम्र में भी मां बन सकती हैं।
30 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं का करियर स्टेबल होता है और वे मातृत्व की भूमिका निभाने के लिए आरामदायक स्थिति में होती हैं। अब सवाल ये उठता है कि अगर महिलाएं 50 साल की उम्र में मां बनना चाहती हैं तो क्या वो प्रेग्नेंसी प्लान कर सकती है? अगर हां तो प्रजनन क्षमता का विकल्प क्या हैं? आइए जानते हैं कि बढ़ती उम्र में मां बनना कैसे संभव है?
क्या 50 के बाद की महिला के लिए नैचुरल गर्भाधान और प्रसव संभव है?
50 साल की उम्र के बाद किसी भी महिला के गर्भधारण करने की संभावना लगभग 0.5 प्रतिशत से कम होती है। हालांकि आईवीएफ(in-vitro fertilisation) के जरिए गर्भावस्था की संभावना बढ़ा सकती हैं। महिलाएं या तो युवा अवस्था में अंडे फ्रीज करा लेती है ये ऐग डोनर से लेती हैं। जो महिलाएं 50 की उम्र में बच्चा पैदा करना चाहती हैं उनको इंजेक्शन के रूप में हार्मोनल सहायता की आवश्यकता होती है। एक्सपर्ट के मुताबिक 45 साल के बाद महिलाओं को गर्भवती होने से कई जटिलताएं हो सकती हैं।
वॉकहार्ट हॉस्पिटल, मीरा रोड, मुंबई में स्त्री रोग विशेषज्ञ,डॉ. राजश्री भसाले ने बताया कि बढ़ती उम्र में महिलाएं अगर मां बनना चाहती हैं तो उन्हें कुछ स्वास्थ्य विषयों जैसे डायबिटीज,मोटापा,हाई ब्लड प्रेशर, फिटनेस और मानसिक स्थिति जैसे कई मार्करों पर सबसे पहले ध्यान देने की जरूरत है। डायबिटीज,ब्लड प्रेशर और मोटापा जैसी पुरानी चिकित्सीय स्थितियां गर्भावस्था के लिए जोखिम हैं। अगर आप बढ़ती उम्र में प्रेग्नेंसी प्लान कर रहे हैं तो अपनी स्वास्थ्य स्थितियों का मूल्यांकन जरूर करें। अगर आप ऐग डोनर से ले रही हैं तो हार्मोन थेरेपी के साथ पहले से ही प्रेग्नेंसी की तैयारी करें।
बढ़ती उम्र में प्रेग्नेंसी प्लान करने से बच्चे पर कैसा होता है असर?
35 वर्ष के बाद बच्चे में जन्म दोष की संभावना बढ़ जाती है। डॉ. भसाले बताते हैं कि हर साल अमेरिका में 33 नवजात शिशुओं में से एक बच्चा देर से गर्भधारण करने में जन्म दोष के साथ पैदा होता है। कुछ जन्म संबंधी परेशानियों के लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती वे आसानी से ठीक हो जाती हैं। दूसरी ओर अन्य जन्म संबंधी विकृतियों के लिए तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है। जन्म के समय होने वाली कुछ जटिलताओं की वजह से बच्चे की मृत्यु तक हो सकती है।
50 के बाद बच्चे को जन्म देने से महिला के स्वास्थ्य में क्या परिवर्तन हो सकता हैं?
जन्म के बाद वजाइनल डिस्चार्ज,ब्रेस्ट का बढ़ना,पेरिनियल दर्द और कब्ज सहित कुछ परिवर्तन हो सकते हैं। मदरहुड हॉस्पिटल, मुंबई में सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरभि सिद्धार्थ कहती हैं कि 50 के बाद मां बनने से विजन में बदलाव,गंभीर सिरदर्द,पेट या कंधे में परेशानी, सांस लेने में कठिनाई, अचानक वजन बढ़ना, पीठ दर्द, कंधे में दर्द की परेशानी हो सकती है। नींद न आना,पैरों, हाथों या चेहरे में सूजन, प्रसवोत्तर अवसाद और स्किन में सूखापन जैसे बदलाव हो सकते हैं। 50 के बाद प्रेग्नेंसी प्लान करने से महिलाएं प्रसवोत्तर प्रीक्लेम्पसिया से पीड़ित हो सकती हैं। यह एक खतरनाक विकार है जिसका सामना बड़ी उम्र की महिलाओं को करना पड़ सकता है।
