Uric Acid Home Remedies: आमतौर पर शरीर में मौजूद यूरिक एसिड ज्यादातर समय, यूरिन के जरिये बाहर निकल जाता है। लेकिन कुछ स्थिति में जब ये नहीं निकल पाता है तो शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता के कारण लोगों को कई शारीरिक समस्याएं हो जाती हैं। आज के समय में लापरवाह जीवन शैली के कारण कम उम्र में भी कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के कारण गठिया रोग, जोड़ों में दर्द, गाउट और सूजन जैसी गंभीर परेशानियां हो सकती हैं। वहीं, यूरिक एसिड की अधिकता होने पर किडनी भी सुचारू रूप से फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह जाती है। ऐसे में टॉक्सिक मेटीरियल्स शरीर में ही रह जाते हैं। ऐसे में युवा इन परेशानियों से बचने के लिए अपनी जीवन शैली में ये बदलाव ला सकते हैं।

कम करें प्रोटीन का सेवन: आधुनिक जमाने में कई लोग अपनी फिटनेस के प्रति सजग रहते हैं। ऐसे में कार्ब्स की मात्रा को डाइट से कम करके, लोग प्रोटीन को अधिक तवज्जो देते हैं। इसके अलावा, डाइटिंग करने के लिए कई बार युवा अपने भोजन को भी स्किप कर देते हैं। बता दें कि शरीर मे यूरिक एसिड को बढ़ाने में प्यूरीन नाम के प्रोटीन का बहुत बड़ा हाथ होता है। ये प्रोटीन हमारे शरीर में खुद-ब-खुद तो बनते ही हैं, साथ में कुछ फूड आइटम्स में भी मौजूद होते हैं। ऐसे में प्रोटीन से भरपूर खाने का कम सेवन करना चाहिए।

ज्यादा एक्सरसाइज भी हो सकता है खतरनाक: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कम उम्र में जिन लोगों के शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा होता है, उन्हें ज्यादा व्यायाम नहीं करना चाहिए। हेवी एक्सरसाइज करने से जोड़ो व हड्डियों पर अधिक दबाव पड़ता है जो इन मरीजों के लिए रिस्की साबित हो सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिन भर में लोगों को आधे घंटे से ज्यादा व्यायाम नहीं करना चाहिए।

मांस-मदिरा से करें परहेज: यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों व घुटनों में दर्द और सूजन हो सकता है। उठने-बैठने में परेशानी और हर समय थकान रहना भी यूरिक एसिड के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सबसे जरूरी है कि वो शराब और सिगरेट के सेवन से परहेज करें। साथ ही नॉन-वेज खाने वाले भी रेड मीट और कलेजी खाने से बचें। बचाव के लिए दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी का सेवन करें। साथ ही, डाइट में हरी सब्जियों और विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें।