हेल्दी बॉडी के लिए शरीर की नसों का हेल्दी होना बेहद जरूरी होता है। नसों में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर ओवर ऑल हेल्थ पर उसका असर पड़ता है। नसें हमारी बॉडी का प्रमुख काम करती है। वो ब्लड को दिल तक लेकर जाती है और इस ब्लड को धमनिया बॉडी के सभी अंगों तक पहुंचाती हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें नसों में सूजन, दर्द और जकड़न बेहद परेशान करती है। हाथ-पैरों से आग निकलती है तो ये एक मेडिकल कंडीशन है जो नसों में होने वाली परेशानी का कारण बनती है। इस कंडीशन को न्यूरोपैथी के नाम से जानते हैं।
न्यूरोपैथी डायबिटीज की वजह से पैदा होती है, लेकिन कभी-कभी ये परेशानी बॉडी में कुछ खास विटामिन और मिनरल्स की कमी से भी होती है। कई बार बॉडी में खून की कमी होने से भी ये परेशानी हो सकती है। न्यूरोपैथी एक ऐसी स्थिति है, जहां नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे पैरों और हाथों में सुन्नता, झुनझुनी और जलन होती है।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि ज्यादातर लोग नसों की जकड़न और हाथ-पैरों से निकलने वाले करंट की आहट को महसूस तो करते हैं लेकिन उसे नजरअंदाज कर देते हैं। आप जानते हैं कि लम्बे समय तक इस परेशानी को नजरअंदाज करने से बॉडी एक्टिविटी प्रभावित होती है। इस परेशानी की वजह से चलना-फिरना,उठना-बैठना और सीढ़ियां चढ़ना तक दूभर हो जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक नसों की इस परेशानी का इलाज कुछ खास फूड्स से किया जा सकता है। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो न्यूरोपैथी की समस्या का पावरफुल तरीके से इलाज करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं 5 ऐसे कौन से सुपरफूड है जो नसों में होने वाली परेशानी का इलाज करते हैं।
हल्दी का करें सेवन
हल्दी एक ऐसा सुपरफूड है जिसमें करक्यूमीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो बॉडी में होने वाली हर तरह की सूजन का इलाज करता है। हल्दी का सेवन करने से हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट नसों को डैमेज होने से बचाता है जिससे न्यूरोपैथी की कंडीशन में काफी आराम मिलता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नसों की समस्याओं को दूर करने में बेहद असरदार साबित होता है। रिसर्च के मुताबिक हल्दी नर्व फंक्शन को दुरुस्त करने में जादुई असर करती है। हल्दी का सेवन आप दूध के साथ या उसकी चाय बनाकर कर सकते हैं।
अदरक से करें नसों का इलाज
न्यूरोपैथी के लिए दूसरा सुपरफूड है अदरक। अदरक में एंटी इंफ्लामेटरी गुण मौजूद होते हैं जो न्यूरोपैथी को कम करने में बेहद असर करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक अदरक सूजन और दर्द को दूर करती है। नर्व इंफ्लामेशन को कम करने में अदरक बेहद असरदार साबित होती है। ये नसों के दर्द, जकड़न और सुन्नपन को दूर करने में नेचुरल पेन किलर की तरह काम करती है। न्यूरोपैथी की समस्या के लिए अदरक का सेवन करने का सबसे बेस्ट तरीका है कि आप अदरक को पानी में उबालकर उस पानी का सेवन करें। एक कप पानी में आप एक चम्मच अदरक को काट कर डालें और उसे कुछ देर उबालें। जब पानी पक जाए तो उसमें एक छोटी इलायची डालें और कुछ देर पकाएं। जब ये पक जाएं तो इसे छानकर पी लीजिए।
अलसी के बीज का करें सेवन
अलसी के छोटे-छोटे बीज आपकी नसों की परेशानियों को दूर करने में जादुई असर करते हैं। ये सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहद रिच सोर्स है जो नर्व सेल्स को मरम्मत करने के लिए और बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन को बनाएं रखने में काफी मददगार साबित होते हैं। इसमें अल्फा लिनोलेनिक नाम का ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो न्यूरोलॉजिकल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। इसका सेवन करने से नसों की सूजन कम होती है और नर्व डैमेज होने का खतरा भी कम होता है। अलसी का सेवन आप भूनकर उसका पाउडर बनाकर करें।एक चम्मच इस पाउडर का सेवन दिन में दो बार करें आपको नसों से जुड़ी परेशानियों से निजात मिलेगी।
विटामिन B रिच फूड्स का करें सेवन
विटामिन- B1, विटामिन- B6, विटामिन- B12 ऐसे विटामिन हैं जो न्यूरोपैथी की समस्या का उपचार करते हैं। ये विटामिन नर्व फंक्शन और रिपेयर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। विटामिन- बी1 नसों को एनर्जी देता है, विटामिन- बी 6 नसों की सूजन को दूर करता है और विटामिन B12 नर्व सेल्स की रिपेयर करता है। विटामिन बी रिच कुछ फूड्स जैसे दूध,पनीर, साबुत अनाज,दही,चिकन,फिश,पालक,चने,लाल शिमला मिर्च और सूरजमुखी के बीज का सेवन कर सकते हैं।