हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक Silent Killer डिजीज है जिसमें धमनियों में ब्लड का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को को साइलेंट किलर इसलिए कहा जाता है क्यों कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण अक्सर दिखाई नहीं देते, लेकिन समय के साथ ये बीमारी कई बीमारियों जैसे दिल के रोग, स्ट्रोक और किडनी डैमेज का खतरा बढ़ा सकती है। एक हेल्दी इंसान का नॉर्मल बीपी 120/80 mmHg होता है। जब ब्लड प्रेशर का स्तर 130/80 mmHg से अधिक हो जाए तो ये स्थिति हाई बीपी की श्रेणी में आती है। बीपी हाई होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे ज्यादा नमक और जंक फूड का सेवन, मोटापा, तनाव, शारीरिक गतिविधि में कमी होना और आनुवंशिक कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। लगातार लम्बे समय तक ब्लड प्रेशर हाई रहने से बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे सिरदर्द होना, चक्कर आना, सांस फूलना, दिल की धड़कन तेज होना शामिल है।

हाई ब्लड प्रेशर जैसी क्रॉनिक बीमारी को कंट्रोल करने के लिए डाइट में नमक का सेवन कम करना, फाइबर और पोटैशियम युक्त डाइट का सेवन करना, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन, फल, ओट्स का सेवन करना जरूरी है। बीपी कंट्रोल करने के लिए नियमित वॉक या योग करना भी जरूरी है। योग तनाव को दूर करता है और बीपी को नॉर्मल करता है। आयुर्वेद में बीपी को नॉर्मल रखने के लिए कुछ देसी और असरदार नुस्खे भी मौजूद हैं जो बीपी को नॉर्मल करते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते हैं।  

आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सक के रूप में मशहूर आध्यात्मिक गुरु आचार्य मनीष जी ने बीपी को नॉर्मल रखने के लिए एक खास जूस पीने की सलाह दी है। एक्सपर्ट ने बताया अगर आपका बीपी हाई रहता है तो आप सर्दी की पांच सब्जियों के पत्तों का जूस बनाकर शाम के 5 बजे पिएं आपका बीपी 15 दिनों में नॉर्मल हो जाएगा। पालक, मेथी के पत्ते, धनिया के पत्ते, करी के पत्ते और मूली के पत्ते का जूस निकालकर रोज पीने से बिना दवा के ही बीपी नॉर्मल हो जाता है। आइए जानते हैं कि ये पत्ते कैसे बीपी को कंट्रोल करते हैं।

पालक का जूस (Spinach Juice) पिएं

पालक पोटैशियम, नाइट्रेट और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करता है और हाई बीपी को प्राकृतिक रूप से कम करता है। पालक का जूस ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और हृदय पर दबाव कम करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण दिल की सुरक्षा करते हैं और धमनी में जमा गंदगी को भी कम करने में मदद करते हैं।

मेथी के पत्तों का जूस (Fenugreek Leaves Juice) 

मेथी के पत्ते सोडियम को शरीर से निकालने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है। इसमें मौजूद पोटैशियम और फाइबर दिल की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाते हैं। मेथी के पत्तों का जूस शरीर में सूजन कम करता है और धमनियों को साफ रखकर बीपी को नॉर्मल करता है।

धनिया के पत्तों का जूस (Coriander Leaves Juice)

धनिया प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है और शरीर में जमा अतिरिक्त पानी व सोडियम को बाहर निकालता है। यह एक नेचुरल मूत्रवर्धक (diuretic) की तरह काम करता है, जिससे ब्लड प्रेशर तुरंत कंट्रोल में आता है। इसके फ्लेवोनॉयड्स दिल को मजबूत बनाते हैं और तनाव कम करते हैं।

करी पत्ते का जूस (Curry Leaves Juice) 

करी पत्ति पोटैशियम, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह धमनियों की कठोरता कम करता है और दिल के पंपिंग सिस्टम को बेहतर बनाता है। करी पत्ते का जूस ब्लड शुगर और बीपी दोनों को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह शरीर में जमा टॉक्सिन्स को भी साफ करता है।

मूली के पत्तों का जूस (Radish Leaves Juice)

मूली के पत्तों में नाइट्रेट होता है जो रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करता है और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है। इससे हाई बीपी जल्दी कम होता है। मूली के पत्तों का जूस शरीर की सूजन घटाता है, किडनी को साफ रखता है और दिल को स्वस्थ बनाए रखता है।

पालक, मेथी, धनिया, करी पत्ते और मूली के पत्ते का जूस कैसे बनाएं

सामग्री:

  • 1 कप पालक के पत्ते
  • ½ कप मेथी के पत्ते
  • ½ कप धनिया के पत्ते
  • 10–12 करी पत्ते
  • 1 कप मूली के पत्ते
  • 1 छोटा टुकड़ा अदरक (वैकल्पिक)
  • 1 चम्मच नींबू का रस
  • 1 गिलास पानी या नारियल पानी

विधि

सभी पत्तों को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। इन्हें ब्लेंडर में डालें और पानी या नारियल पानी मिलाएं।  चाहें तो अदरक स्वाद और एंटी-इन्फ्लेमेटरी लाभ के लिए मिला सकते हैं।  सभी चीज़ों को ब्लेंड करके गाढ़ा जूस तैयार करें। जूस को छानकर एक ग्लास में निकालें। आप इसमें स्वाद बढ़ाने के लिए नींबू का रस मिलाएं और तुरंत पिएं।

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