अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद को बेहद जरूरी बताया गया है। कई अध्ययनों में इस बात का दावा किया गया है कि बेहतर स्वास्थय का अच्छी नींद से सीधा कनेक्शन है। प्राप्त नींद लेने से ना केवल आपकी बॉडी हेल्दी रहती है, बल्कि आप दिनभर एक्टिव भी रह पाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रात को सोते समय हमारा शरीर अंदर से हील करता है। हालांकि, कई बार व्यक्ति की छोटी-छोटी आदतें नींद में भी कई तरह की बीमारियों को न्योता दे देती हैं। इस आर्टिकल में हम ऐसी ही एक आदत के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, कई लोगों को मुंह खोलकर सोने की आदत होती है। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं तो बता दें कि आपकी सेहत पर आपकी ये आदत भारी पड़ सकती है। हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, मुंह खोलकर सोने से आप जाने-अनजाने में कई तरह की शारीरिक समस्याओं से घिर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

क्या हैं मुंह खोलकर सोने के नुकसान?

बच्चों के लिए है खतरनाक:

हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई बच्चा मुंह खोलकर सोता है, तो ये उसे कई तरीके से नुकसान पहुंता सकता है। ऐसा करने पर बच्चे के चेहरे की बनावट में बदलाव हो सकता है, उसके दांतों की शेप खराब हो सकती है, दातों में कैविटी हो सकती है। इतना ही नहीं, मुंह खोलकर सोने से कई बच्चों की ग्रोथ तक रुक सकती है, साथ ही ऐसे बच्चों में कॉन्‍संट्रेशन की कमी भी देखने को मिलती है।

हार्ट को होता है खतरा:

बच्चों से अलग बात अगर बड़ों की करें, तो कई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया कि मुंह खोलकर सोने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। दरअसल, सोते समय मुंह से सांस लेने से शरीर को उचित मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, इससे धमनियों में ब्लड का फ्लो प्रभावित होने लगता है और ये सीधा आपके हार्ट का नुकसान पहुंचा सकता है।

7-8 घंटे सोने के बाद भी रहती है थकान:

जैसा कि ऊपर बताया गया है, अगर आप दिन भर एनर्जेटिक और एक्टिव फील करना चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आप प्राप्त नींद लें। हालांकि, कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है जब रात भर सोने के बाद भी व्यक्ति दिन में खुद को थका हुआ महसूस करता है। इसके पीछे भी मुंह खोलकर सोना एक बड़ा कारण हो सकता है। दरअसल, मुंह खोलकर सोने से फेफड़ों की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन का प्रवाह प्रभावित होने लगता है और उन्हें दोगुनी ताकत से काम करना पड़ता है। ऐसे में सोकर उठने के बाद भी व्यक्ति खुद को थका हुआ और कई बार बीमार महसूस करता है।

हो सकता है अस्थमा:

मुंह खोलकर सोने पर फेफड़ों को अधिक ताकत के साथ काम करना पड़ता है, ऐसे में कई बार फेफड़ों में सूजन की समस्या भी बढ़ने लगती है। वहीं, फेफड़ों में सूजन अस्थमा का कारण बन सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी इस आदत पर ध्यान दें। जरूरत पड़ने पर आप डॉक्टर की मदद भी ले सकते हैं।

क्यों मुंह खोलकर सोते हैं लोग?

कई बार आदत से अलग किसी बीमारी के चलते भी व्यक्ति सोते समय नाक की बजाए मुंह से सांस लेने के लिए मजबूर हो जाता है। उदाहरण के लिए, सर्दी-जुकाम में नाक बंद हो जाती है, जिसके चलते हम ठीक तरह से सांस नहीं ले पाते हैं। ऐसे में सोते वक्त मुंह खुद-ब-खुद खुल जाता है। किसी चीज की ज्यादा स्ट्रेस लेने पर भी ऐसा हो सकता है। स्ट्रेस में व्यक्ति अधिक तेजी से सांस लेता है, इस दौरान भी कई बार नाक बंद हो जाती है। ऐसे में जरूरी है आप अधिक तनाव ना लें, साथ ही सर्दी जुकाम होने पर डॉक्टर से सलाह लें और इसे जल्द से जल्द ठीक करने की कोशिश करें।