आज के समय में सिरदर्द एक आम समस्या बन चुकी है। भागदौड़ भरी जिंदगी, काम का दबाव, मोबाइल और लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल, इन सबके बीच लोग सिरदर्द को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जैसे ही सिर में दर्द होता है, ज्यादातर लोग बिना सोचे-समझे पेरासिटामोल खा लेते हैं और फिर अपने काम में लग जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर सिरदर्द साधारण नहीं होता? कई बार यह शरीर के अंदर चल रही किसी बड़ी परेशानी का संकेत भी हो सकता है।

मुंबई के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. मनन वोरा के अनुसार, सिरदर्द के अलग-अलग प्रकार होते हैं और हर प्रकार शरीर की अलग समस्या की ओर इशारा करता है। पेरासिटामोल हर बार समाधान नहीं है। अगर दर्द बार-बार हो रहा है या हमेशा एक ही जगह होता है, तो उस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

माथे या आंखों के पास दर्द

अगर आपको माथे के आगे या आंखों के आसपास दर्द महसूस होता है, तो इसका कारण नींद की कमी या आंखों पर ज्यादा दबाव हो सकता है। आजकल लगातार स्क्रीन देखने की आदत ने इस तरह के सिरदर्द को आम बना दिया है। मोबाइल, लैपटॉप या टीवी को घंटों देखने से आंखों की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है, जिससे दर्द शुरू हो जाता है। डॉ. वोरा सलाह देते हैं कि पर्याप्त नींद लें, हर 20 मिनट में स्क्रीन से ब्रेक लें और आंखों को आराम दें। ठंडे पानी से आंखें धोना भी राहत दे सकता है।

सिर के ऊपर दर्द होना

अगर सिर के ऊपर या बीच में दर्द होता है, तो यह शरीर में पानी या भोजन की कमी का संकेत हो सकता है। कई बार लोग काम में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि समय पर खाना-पीना भूल जाते हैं। डिहाइड्रेशन या ब्लड शुगर लेवल गिरने से भी ऐसा सिरदर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत पानी पिएं, इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक लें और समय पर संतुलित भोजन करें। यह दर्द का सबसे आसान और सुरक्षित समाधान है।

सिर के पीछे या गर्दन के पास दर्द

सिर के पीछे या गर्दन के पास होने वाला दर्द अक्सर तनाव से जुड़ा होता है। इसे सर्विको-जेनिक हेडेक भी कहा जाता है। लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना, झुककर मोबाइल चलाना या कंप्यूटर पर काम करना इसकी बड़ी वजह बन सकता है। इससे राहत पाने के लिए हल्की एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग, योग और मेडिटेशन बहुत फायदेमंद होते हैं। साथ ही बैठने और सोने की मुद्रा पर भी ध्यान देना जरूरी है।

सिर के दोनों तरफ दर्द

अगर सिर के दोनों तरफ एक साथ दर्द महसूस हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। डॉ. वोरा के मुताबिक, यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है। कई लोग इसे सामान्य सिरदर्द समझकर दवा खा लेते हैं, जबकि असली समस्या कुछ और होती है। अगर ऐसा दर्द बार-बार हो, तो तुरंत ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

चेहरे या साइनस के पास दर्द

माथे, गाल या नाक के आसपास दबाव जैसा दर्द साइनस हेडेक हो सकता है। यह सर्दी-जुकाम, एलर्जी या मौसम बदलने के कारण साइनस में सूजन से होता है। इस दर्द से राहत पाने के लिए भाप लेना, गर्म पानी पीना और एलर्जी से बचाव करना मददगार होता है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह भी लें।

निष्कर्ष

सिरदर्द को रोजमर्रा की परेशानी समझकर नजरअंदाज करना सही नहीं है। हर दर्द के पीछे एक कारण होता है और उसका सही इलाज तभी संभव है, जब हम उस कारण को समझें। पेरासिटामोल तुरंत राहत तो देती है, लेकिन समस्या की जड़ नहीं खत्म करती। इसलिए अगर सिरदर्द बार-बार हो रहा है, तो सतर्क हो जाएं और शरीर के संकेतों को समझें।

डिस्क्लेमर

यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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