हेल्दी और फिट रहने के लिए खानपान के साथ-साथ लाइफस्टाइल का ख्याल रहना भी बहुत ही जरूरी है, लेकिन आजकल के समय में बिगड़ते लाइफस्टाइल के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शरीर में अपना घर बना रही हैं। इसमें पैरों में कमजोरी और दर्द या मांसपेशियों की कमजोरी बहुत ही आम हो गई है। शरीर में कमजोरी के चलते ही एक या दोनों पैरों में कोई समस्या हो सकती है, जिससे स्ट्रोक, पैरों में कमजोरी के साथ सुन्नपन, मांसपेशियों में ऐंठन , चुभन या जलन, लालिमा, सूजन, पीठ दर्द, शरीर में दर्द, लकवा और ऐंठन आदि कई गंभीर समस्या हो सकती हैं। ऐसे में पैरों की मजबूती के लिए अपने डेली रूटीन में कुछ चीजों का शामिल करना आपके लिए बहुत ही असरदार हो सकता है। इससे न सिर्फ पैर मजबूत होंगे, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा।

पैरों में कमजोरी के कारण

  • खराब ब्लड सर्कुलेशन
  • स्ट्रोक
  • मांसपेशियों का विकार
  • रीढ़ की हड्डी में चोट
  • मधुमेह
  • मोटापा

दरअसल, मजबूत पैर सिर्फ दिखने में अच्छे नहीं होते, बल्कि ये उम्र बढ़ने के साथ संतुलन, गतिशीलता और स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। 2018 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, ऊपरी और निचले शरीर की मांसपेशियों की ताकत वयस्क आबादी में मृत्यु दर के कम जोखिम से जुड़ी है। पैर आपको जीवन भर साथ देते हैं और एक्टिव रहने में मदद करते हैं।

स्ट्रेचिंग से करें दिन की शुरुआत

सुबह के समय स्ट्रेचिंग करने से अकड़न वाली मांसपेशियों को ढीला करने और पैरों में लचीलापन बढ़ाने में मदद मिलती है। पैर की उंगलियों को छूना, हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच और पिंडली स्ट्रेच जैसे सरल स्ट्रेच पैरों की मांसपेशियों को सक्रिय करते हैं और उन्हें दिन भर के लिए तैयार करते हैं। स्ट्रेचिंग से चोट लगने का जोखिम भी कम होता है और ब्लड फ्लो भी बढ़ता है, जिससे आपके पैर मजबूत और फुर्तीले बने रहते हैं।

पैदल चलें

पैदल चलना आपके पैरों में ताकत बढ़ाने के सबसे आसान तरीकों में से एक है। हर दिन करीब 20 मिनट की तेज सैर, हैमस्ट्रिंग और क्वाड्स सहित कई मांसपेशियों को सक्रिय करती है। यह जोड़ों के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। लिफ्ट के बजाय सीढ़ियां चढ़ें या अपने लंच ब्रेक के दौरान टहलने जाएं। इन छोटे-छोटे कदमों से बड़े परिणाम मिल सकते हैं।

स्क्वाट करें

स्क्वाट पैरों की मजबूती के लिए एक शक्तिशाली मूव है। वे जांघों, पिंडलियों और ग्लूट्स को टारगेट करते हैं और मांसपेशियों का निर्माण करते हैं। बॉडीवेट स्क्वाट से शुरुआत करें और दिन में सिर्फ 10-15 बार करने से काफी फर्क पड़ सकता है। समय के साथ, आप वजन पकड़कर या सूमो स्क्वाट जैसे बदलाव करके इंटेंसिटी बढ़ा सकते हैं।

अधिक पानी पिएं

पानी कम पीने से मांसपेशियों में ऐंठन और थकान हो सकती है, जिससे आपके पैरों की ताकत प्रभावित होती है। पर्याप्त पानी पीने से आपकी मांसपेशियां कुशलतापूर्वक काम करती हैं और व्यायाम के बाद तेजी से ठीक होती हैं। अपने पैरों को स्वस्थ और ऐंठन मुक्त रखने के लिए पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर संतुलित आहार के साथ इसे शामिल करें। इसके लिए केले, पालक और बादाम बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

वहीं, समा के चावल शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होने के साथ-साथ शरीर को ताकत मिलती है।