भागदौड़ भरी जिंदगी और अनहेल्दी खाना के चलते कई प्रकार की परेशानियां आती हैं। ऐसे में तनाव की स्थिति पैदा होती है और ठीक से नींद नहीं आती। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्वस्थ रहने के लिए दिन में 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है। नींद की कमी और फोन पर घंटों बिताना के कारण लिवर, हार्ट और दिमाग संबंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ता है। फिटनेस कोच यश वर्धन स्वामी ने बताया कि अगर आप 1 से 7 दिन तक नींद पूरी नहीं करते तो आपके शरीर और दिमाग पर क्या-क्या असर होता है।

फिटनेस कोच यश वर्धन स्वामी के मुताबिक, आज की व्यस्त जिंदगी में देर रात तक काम करना, मोबाइल पर स्क्रॉल करना या तनाव के कारण पर्याप्त नींद न मिल पाना आम हो गया है। एक रात की अधूरी नींद आपको थका और चिड़चिड़ा बना सकती है, लेकिन लगातार कई दिनों तक नींद की कमी आपके शरीर पर खतरनाक असर डाल सकती है।

दिन 1- रिएक्शन टाइम घटता है

कोच स्वामी के अनुसार, केवल एक रात की अधूरी नींद के बाद ही आपके रिएक्शन टाइम में 25% तक की गिरावट आ सकती है। यह स्थिति उतनी ही खतरनाक होती है जितनी कि कानूनी रूप से शराब पीकर गाड़ी चलाने की हालत।

दिन 2- मेमोरी और फैसले लेने की क्षमता प्रभावित

दो दिन तक नींद की कमी रहने पर आपकी वर्किंग मेमोरी 35% तक कम हो सकती है। इससे आपकी डिसीजन लेने की क्षमता धीमी हो जाती है और रोजमर्रा के कामों में गलतियां बढ़ सकती हैं।

दिन 3- जंक फूड की क्रेविंग बढ़ती है

तीन दिन लगातार नींद न लेने से शरीर की भूख और तृप्ति का संतुलन बिगड़ जाता है। यश स्वामी बताते हैं कि इस दौरान जंक फूड की क्रेविंग 40% तक बढ़ जाती है, जबकि पेट भरने का एहसास 37% तक कम हो जाता है। नतीजतन, हेल्दी डाइट बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।

दिन 4- इंसुलिन सेंसिटिविटी घटेगी

चार दिन तक नींद न आने पर आपके शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी 30% तक घट जाती है। इसका मतलब है कि शरीर फैट को ज्यादा तेजी से स्टोर करने लगता है और आप लगातार थकान या सुस्ती महसूस करते हैं।

दिन 5- मूड अस्थिरता और चिंता

पांच दिन लगातार नींद की कमी से आपका मूड अस्थिर होने लगता है। रिसर्च के अनुसार, इस दौरान एंग्जायटी और मूड स्विंग्स 45% तक बढ़ सकते हैं। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य और डेली कार्यक्षमता पर गहरा असर डालता है।

दिन 6- पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी

छह दिन तक खराब नींद पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन लेवल में 20% तक गिरावट ला सकती है। इसके साथ ही शरीर में कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) के स्तर में वृद्धि होती है, जिससे रिकवरी धीमी हो जाती है और थकान बढ़ती है।

7 दिन से अधिक अल्जाइमर और इम्यूनिटी पर असर

लगातार सात दिन या उससे अधिक समय तक पर्याप्त नींद न लेने पर दिमाग से वेस्ट क्लीयरेंस की क्षमता 65% तक घट जाती है। इससे अल्जाइमर जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसी अवधि में शरीर की इम्यूनिटी 50% तक कमजोर हो जाती है, जिससे कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ सकता है।

वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।