साल 2003 की फिल्म ‘इश्क विश्क’ में बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) और अमृता राव (Amrita Rao) की जोड़ी देखने को मिली थी। हालांकि, एक और नाम जिसने खूब सुर्खियां बटोरी, वो थीं खूबसूरत एक्ट्रेस शेनाज ट्रेजरी (Shenaz Treasury)। फिल्म में अपने चुलबुलेपन और कमाल के अभिनय के चलते वे हर किसी के दिल में जगह बनाने में कामयाब रहीं। हालांकि, फिर अचानक ही शेनाज फैंस की नजरों से मानो गायब ही हो गईं। एक्ट्रेस अब फिल्मी दुनिया से दूरी बना चुकी हैं। हालांकि, वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। इंस्टाग्राम पर शेनाज आए दिन खुद से जुड़ी कोई ना कोई अपडेट शेयर करती रहती हैं। इस बीच एक्ट्रेस ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया है, जिसने उनके फैंस को कुछ परेशान कर दिया है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए शेनाज ने बताया है कि वे हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) से जूझ रही हैं। एक्ट्रेस ने पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘दुर्भाग्य से मुझे हाइपोथायरायडिज्म हो गया है। इसके लिए मैं कोई दवाई नहीं ले रही हूं, बस अपनी डाइट और एक्सरसाइज के साथ अपना वजन कम करने की पूरी कोशिश कर रही हूं।’

यहां देखें शेनाज ट्रेजरी की पोस्ट:

अब, सवाल आता है कि आखिर हाइपोथायरायडिज्म है क्या, क्या इस बीमारी का इलाज बिना दवाई के किया जा सकता है? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से, साथ ही जानेंगे हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण और बचाव-

क्या है हाइपोथायरायडिज्म?

हाइपोथायरायडिज्म थायराइड हार्मोन की कमी के कारण होता है। हमारी बॉडी में मौजूद थायराइड ग्लैंड दो तरह के हॉर्मोन बनाती हैं, टी1 और टी4। वहीं, शरीर में इन हॉर्मोन का उत्पादन प्रभावित होने थायराइड की समस्या होना शुरू हो जाती है। शरीर में थायराइड हॉर्मोन का निर्माण कम होने लगता है और इसकी वजह से थायराइड ग्लैंड अंडर एक्टिव हो जाती है, इस स्थिति को हाइपो थायराइड या हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है।

क्या हैं हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण?

हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित शख्स को तेजी से वजन बढ़ना, स्किन का बेहद ड्राई हो जाना, चेहरे पर सूजन, हेयर फॉल होना, जोड़ों में तेज दर्द, सूजन या अकड़न होना, बहुत ज्यादा तनाव और थकान महसूस करना, पीरियड्स का अनियंत्रित होना, अधिक ठंड लगना, हार्टबीट प्रभावित होना, कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना या आवाज प्रभावित होना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कैसे किया जा सकता है बचाव?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हाइपोथायरायडिज्म को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है। हालांकि, लाफस्टाइल और खानपान में कुछ बदलाव कर इस बीमारी को आप आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। यैलोपैथिक में इसे कंट्रोल करने के लिए खाली पेट एक दवा का सेवन करना पड़ता है। समय-समय पर थायराइड की जांच कराने से आप इस समस्या का गंभीर रूप से शिकार होने से बच सकते हैं। इसके अलावा हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट पर भी खास ध्यान देने की जरूरत होती है।

  • एक्सपर्ट्स हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों को जंक फूड से दूरी बनाने की सलाह देते हैं।
  • बहुत ज्यादा कॉफी, चाय पीना भी हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए सही नहीं है। कॉफी में कैफीन पाया जाता है। वहीं, रोजाना 300 मिलीग्राम से ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन थायरॉइड की समस्या को बढ़ा सकता है।
  • हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों को सोयाबीन और सोया युक्त फूड आइटम्स खाने से भी परहेज करना चाहिए। इस तरह के फूड आइटम्स में फाइटोएस्ट्रोजन मौजूद होता है। फाइटोएस्ट्रोजन थायराइड हार्मोन का निर्माण करने वाले एंजाइम के फंक्शन्स में बाधा डाल सकता है।
  • इन सब के अलावा अधिक कैल्शियम और आयरन रिच फूड्स का सेवन भी कई सारी थायराइड दवाओं के असर को कम करने का काम कर सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।