पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे एक उम्र के बाद हर महिला को गुजरना पड़ता है। हालांकि, हमारे देश में आज भी इसे लेकर महिलाएं खुलकर बात करने से हिचकिचाती हैं। ऐसे में वे कई तरह की परेशानियों से गुजरने के बाद भी उन्हें लेकर या तो खुलकर बात नहीं करती हैं या उस समस्या को नॉर्मल समझकर आगे बढ़ जाती हैं। ऐसी ही एक स्थिति है पीरियड्स के दौरान कम ब्लीडिंग होना या पीरियड्स का जल्दी खत्म हो जाना। इसे स्कैंटी पीरियड कहा जाता है।

आइए जानते हैं हल्के पीरियड होना या स्कैंटी पीरियड कितना नॉर्मल है और इससे प्रजनन क्षमता पर कैसा असर पड़ता है-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महिलाओं में हर महीने मेंस्ट्रुअल साइकल का फ्लो अलग-अलग हो सकता है। यानी किसी महीने उन्हें कम ब्लीडिंग हो सकती है तो कभी इसका फ्लो अधिक बढ़ भी सकता है। ऐसा होना सामान्य भी है। हालांकि, अगर आपको हर महीने ही कम फ्लो हो रहा है (Light Period Flow) यानी पीरियड्स के दौरान ब्लड की मात्रा बहुत कम है या केवल स्पॉटिंग है, साथ ही आपके पीरियड्स केवल एक से दो दिन के लिए ही आते हैं, तो ये चिंता की बात हो सकती है।

अधिकतर महिलाएं इस तरह के लाइट पीरियड्स से जल्दी फ्री हो जाने को सुकून भरा समझ लेती हैं और इसे लेकर जांच करने से बचने लगती हैं। हालांकि, आपको बता दें कि ये स्थिति संभावित रूप से कुछ महिलाओं में प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है।

क्यों करानी चाहिए जांच?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्कैंटी पीरियड बॉडी के अंदर हार्मोनल असंतुलन के चलते होते हैं। इनमें भी खासकर थायराइड और प्रोलैक्टिन हार्मोन जिम्मेदार हैं। वहीं, इन दोनो हार्मोन में असंतुलन अंडे बनने में रुकावट पैदा करने लगता है, जिससे कंसीव करने में दिक्कत होती है। ऐसे में इसे लेकर समय रहते जांच करा लेना बेहद जरूरी है।

ये हो सकते हैं संभावित कारण

बता अगर स्कैंटी पीरियड्स के कारणों की करें, तो एक्सपर्ट्स इसके पीछे कई वहज को जिम्मेदार बताते हैं। इनमें एस्ट्रोजन का स्तर कम होना, अत्याधिक व्यायाम करना, शरीर का कम वजन, थायराइड विकार, पीसीओएस, अधिक तमाव, शरीर में पोषण की कमी, आदि शामिल हैं।

इससे अलग आईयूडी यानी इंट्रायूटरिन डिवाइस का इस्तेमाल भी आपके शरीर में हार्मोन को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपके पीरियड कम हो सकते हैं। ये डिवाइस एग को फर्टिलाइज करने से रोकने में मदद करता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।