Lungs Cancer Symptoms: फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने ट्वीट करके अपने फैंस को जानकारी दी कि वो फेफड़े के कैंसर से पीड़ित हैं। इसके इलाज के लिए उन्होंने कुछ समय के लिए बॉलीवुड से ब्रेक ले लिया है। कहा जा रहा है कि मुन्ना भाई फेम ये एक्टर स्टेज-3 लंग्स कैंसर की चपेट में हैं। फेफड़ा हमारे शरीर का आंतरिक हिस्सा है जिस कारण इसमें आने वाले बदलाव को शुरुआती चरणों में पहचानना मुश्किल होता है। वहीं, लंग्स कैंसर से जुड़े लक्षण भी जल्दी सामने नहीं आते, इसलिए प्रारंभिक स्टेज में इस बीमारी का पता नहीं चल पाता है। 2018 की ग्लोबोकन रिपोर्ट के अनुसार देश में फेफड़ों के कैंसर 67,795 नए मरीज सामने आए। तंबाकू सेवन इस कैंसर की सबसे बड़ी वजह मानी जाती है। ऐसे में, कुछ लक्षण के प्रति सतर्क होकर और सही बचाव से इस बीमारी से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं –
सांस लेने में आए दिक्कत: लंग्स कैंसर के मरीजों में जो सबसे आम समस्या देखी गई है वो है सांस लेने में दिक्कत होना। वैसे लोग जिन्हें लंबी सांस लेने में परेशानी हो, उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। सांस लेने में परेशानी होना फेफड़ों में किसी प्रकार की दिक्कत की ओर संकेत करता है। लंग्स कैंसर के मरीजों की छाती में कुछ तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं जिनसे ब्लॉकेज आ जाती है। इस कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है।
खाना निगलने में परेशानी: इस समस्या को डिस्फेगिया भी कहा जाता है। खाना निगलने में परेशानी फूड पाइप में आई किसी दिक्कत के कारण भी हो सकती है। लेकिन कुछ मामलों में ये फेफड़ों की खराबी की ओर भी इशारा करती है। लंग्स कैंसर के कारण होने वाले ट्यूमर लोगों के फूड पाइप को प्रभावित करते हैं। इससे लोगों को खाना निगलने में परेशानी व असुविधा होती है। ज्यादा दिनों तक अगर आपको ये परेशानी रहती है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
खांसी: बदलते मौसम में खांसी होना आम बात है। लेकिन अगर आपको काफी दिनों से खांसी की शिकायत है तो इसे नजरअंदाज करने की भूल न करें। सांसों से संबधित समस्या होने पर भी खांसी हो सकती है। अगर आपको खांसते हुए लगातर एक हफ्ते से ज्यादा हो गए हैं तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या या फिर कैंसर का संकेत हो सकती है।
इन बातों का रखें ध्यान: तंबाकू सेवन को फेफड़ों के कैंसर की सबसे बड़ी वजह मानी जाती है। ऐसे में जरूरी है कि लोग धूम्रपान और शराब के सेवन से परहेज करें। फिजिकल एक्टिविटीज को महत्व दें। खानपान का ध्यान रखें और डाइट में एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स जैसे कि लहसुन, टमाटर, ग्रीन टी और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए।