बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को हाल ही में पता चला कि उन्हें डेंगू बुखार हो गया है। फिलहाल सलमान का इलाज चल रहा है और वो रिकवरी स्टेज पर हैं। सलमान की तरह ही देश के कई हिस्सों में इस साल लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि रोगियों को डेंगू के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय पर ब्लड टेस्टिंग करा कर उसका उपचार कराना चाहिए।
डेंगू बुख़ार एक संक्रमण है जो डेंगू वायरस के काटने से होता है। मच्छर डेंगू वायरस को फैलाते हैं। डेंगू बुख़ार को हड्डीतोड़ बुख़ार के नाम से भी जाना जाता है। इस बुखार की वजह से मरीज की हड्डियों में दर्द रहता है। समय रहते अगर इस बुखार के लक्षणों को पहचान लिया जाए तो कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों से बचा जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बीमारी के लक्षणों की पहचान कैसे करें। वायरल संक्रमण के लिए आपको कब जांच करवानी चाहिए?
किसी व्यक्ति को डेंगू की जांच कब करवाना चाहिए?
सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर अतुल गोगिया के मुताबिक, एक बार डेंगू के लक्षण दिखने पर व्यक्ति पहले दिन से लेकर अगले चार से पांच दिनों तक किसी भी समय डेंगू एनएस1 एंटीजन टेस्ट करा सकते है। एनएस1 एक विशेष प्रोटीन है जिसे डेंगू के वायरस शरीर में प्रवेश करते ही व्यक्ति के रक्त में छोड़ देते हैं। क्योंकि बीमारी के बॉडी में जाने के 7 दिनों बाद भी एंटीबॉडी की पहचान नहीं की जाती इसलिए इस टेस्ट का सहारा लिया जाता है। डेंगू आईजीएम सीरोलॉजी टेस्ट लक्षण दिखने के चार से पांच दिनों के बाद किया जाना चाहिए। इस टेस्ट के लिए समय मायने रखता है।
एक्सपर्ट से जानते हैं कि डेंगू के सामान्य लक्षण क्या हैं?
डॉ गोगिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि तेज बुखार, शरीर में गंभीर दर्द और सिरदर्द, आंखों की पुतलियों में दर्द इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं। व्यक्ति को मतली या उल्टी की परेशानी हो सकती है। स्किन पर चकत्ते आ सकते हैं, भूख कम हो सकती है और खुजली की शिकायत हो सकती है। डॉक्टर गोगिया ने बताया कि कुछ रोगियों की स्थिति गंभीर होने पर उनका ब्लड प्रेशर भी गिर सकता है।
डेंगू का तुरंत उपचार क्यों करना चाहिए?
दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ परीक्षित प्रयाग कहते हैं डेंगू का बुखार कुछ दिनों में ठीक हो जाता है इसलिए ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है सिर्फ सेहत का ध्यान रखना जूरूरी है। एक्सपर्ट ने बताया इस बीमारी की वजह से मरीज को एक हफ्ते तक बुखार हो सकता है। एक हफ्ते बाद लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं। बीमारी से रिकवर होने के बाद कुछ दिनों तक बॉडी में कमजोरी और थकान बनी रहती है। इस बीमारी में मरीज पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें और डाइट का ध्यान रखें तो जल्दी रिकवरी हो सकती है।