भारतीय आहार चावल या रोटी के बिना अधूरा माना जाता है। आमतौर पर चावल और रोटी की तुलना पोषण के मामले में की जाती है। चावल और रोटी दोनों में ही कैलोरी होती है। साबुत गेहूं की रोटी अधिक प्रोटीन और फाइबर प्रदान करती है, जबकि ब्राउन राइस में फाइबर और पोषक तत्व भी होते हैं, जो सफेद चावल के पोषण मूल्य से कहीं ज्यादा हैं। चावल और रोटी दोनों के अपने-अपने फायदे और उपयोग हैं और यह निर्भर करता है कि आपकी सेहत, जीवनशैली और पोषण संबंधी जरूरतें क्या हैं। चलिए आपको बताते हैं सेहत के हिसाब से चावल या गेहूं कौन सा बेहतर है और किस स्थिति में चावल या रोटी का सेवन करना सही रहता है।
पोषण संबंधी तुलना (Rice vs Roti)
- रोटी- फाइबर और प्रोटीन में ज्यादा है, जिससे यह पेट को अधिक समय तक भरा रखती है और ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखती है।
- चावल: कम वसा और हल्का होता है, जिससे यह पचने में आसान है।
पाचन और ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI)
- चावल- सफेद चावल का GI (73) होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है।
- रोटी- गेहूं की रोटी का GI (62-68) होता है, जो ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रोटी बेहतर विकल्प है।
पके हुए 100 ग्राम चावल में 130 कैलोरी
पके हुए सफेद चावल का एक सर्विंग साइज 100 ग्राम होता है, जो लगभग 130 कैलोरी, 2.7 ग्राम प्रोटीन, 28 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.3 फैट प्रदान करता है। एक कप के लिए, जो लगभग 200 ग्राम पके हुए चावल के बराबर होता है, कैलोरी की मात्रा दोगुनी होकर लगभग 260 कैलोरी हो जाती है। दरअसल, सफेद चावल को पॉलिश किया जाता है, इसमें से चोकर और अंकुर को अलग कर दिया जाता है, जिसके चलते इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है।
100 ग्राम रोटी में 250 कैलोरी
एक रोटी, जो लगभग 40 ग्राम होती है। ऐसे में 2.5 रोटी खाने पर 100 ग्राम की मात्रा पूरी होती है, जो लगभग 250 कैलोरी, 9 ग्राम प्रोटीन, 49 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 3 फैट प्रदान करती है। रोटी साबुत गेहूं के आटे से बनाई जाती है, जिसमें फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। अगर इसे घी या तेल के साथ बनाया जाए, तो कैलोरी की मात्रा मिलाई गई मात्रा के आधार पर बढ़ जाती है।
वजन घटाने के लिए (Rice vs Roti)
- रोटी- कम कैलोरी वाले आहार में फायदेमंद, क्योंकि इसमें फाइबर अधिक होता है और यह लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करती है।
- चावल- चावल पचने में हल्का होता है, लेकिन कम फाइबर के कारण जल्दी भूख लग सकती है। ऐसे में ब्राउन राइस बेहतर विकल्प हो सकता है।
चावल या रोटी के फायदे
चावल
पाचन संबंधी समस्याओं जैसे एसिडिटी या पेट खराब के लिए चावल खाना अच्छा होता है, क्योंकि चावल हल्का होता है। चावल ग्लूटेन-फ्री होता है, जिससे ग्लूटेन एलर्जी वाले लोग इसे खा सकते हैं।
रोटी
गेहूं की रोटी आयरन, मैग्नीशियम और फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो लंबे समय तक ऊर्जा देती है। वजन नियंत्रित करने और डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए रोटी का सेवन किया जा सकता है।
इसके अलावा हेल्दी और फिट शरीर के साथ ही 50 साल की उम्र में भी जवान दिखने के लिए गोंद कतीरा बहुत फायदेमंद हो सकता है। यहां जानिए गोंद कतीरा के फायदे और गोंद कतीरा हमें किन बीमारियों से बचा सकता है।