डायबिटीज मरीज जिंदगी भर डायबिटिक बने रहते हैं। तमाम उम्र दवाइयां खाते रहते हैं ताकि ब्लड शुगर नॉर्मल रहे। हम सभी जानते हैं कि अगर किसी को डायबिटीज है तो उस मरीज को पता है कि उसे अपनी डाइट में चीनी, गुड़,खांड, शहद और मिठाइयों से परहेज करना है। लेकिन डायबिटीज मरीज अनजाने में फिका स्टार्च वाले कार्बोहाइड्रेट का सेवन धड़ल्ले से कर रहे हैं।

स्टार्ची कार्ब्स से मतलब रोटी और चावल से है जिसे डायबटीज मरीज दिन भर के खाने में 80 फीसदी तक जरूर लेते हैं। इस कार्ब्स की बॉडी में हमेशा एंट्री होने की वजह से ही डायबिटीज मरीज हमेशा डायबिटिक रहते हैं और उन्हें जिंदगी भर दवाईयों का सहारा लेना पड़ता है।

एमडी ऑर्थो और एक मधुमेह कोच डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि अनाज में 55 से 80 फीसदी तक फीका कार्ब्स है जो हमें गेहूं के आटे और सफेद चावल से मिलता है। ये दोनों अनाज बॉडी में जाने के बाद डाइजेशन से ग्लूकोज को तेजी से बनाते हैं और ब्लड में शुगर का स्तर हाई होता है। ब्लड शुगर हाई होने से बॉडी में वजन कभी कम नहीं होता है। डायबिटीज के साथ मरीज का बढ़ता वजन परेशानी को बढ़ाता है इसलिए जरूरी है कि आप लो कार्बोहाइड्रेट डाइट का सेवन करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज मरीज अपनी डाइट में शामिल कार्ब्स से भरपूर अनाज की जगह कौन सी डाइट का सेवन करें जो ब्लड शुगर नॉर्मल रहे।

गेहूं की जगह ब्लैक व्हीट का करें सेवन

गेहूं हमारा मुख्य अनाज है जिसमें कार्ब्स की मात्रा ज्यादा होती है,डायबिटीज मरीज इस आटे से बनी रोटी का सेवन करते हैं तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक करता है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल करने के लिए नॉर्मल गेहूं की जगह ब्लैक व्हीट यानि काला गेहूं खाएं। इस गेहूं के आटे से बनी रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। डायबिटीज मरीज गेहूं की रोटी की जगह रागी,ज्वार और बाजरा की रोटी भी खा सकते हैं।  

सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस खाएं

सफेद चावल में फीका स्टार्च बेहद मौजूद होता है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो सफेद चावल का सेवन नहीं करें बल्कि ब्राउन राइस खाएं। ब्राउन राइस का सेवन करने से ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा बेहद कम होता है।

मिलेट्स का करें सेवन

डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं और स्टार्च का सेवन कंट्रोल करना चाहते हैं तो डाइट में मिलेट्स का सेवन करें। बाजार में रेडीमेट मिलेट्स का आटा मिलता है जो ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल करता है। बाकी अनाज की तुलना में साबुत अनाज में कार्ब्स कम होता है, इसका सेवन करने से शुगर स्पाइक का खतरा कम रहता है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए मिलेट्स और अनाज का सेवन बदल-बदल कर करें तो शुगर स्पाइक का खतरा कम रहेगा। मिलेट्स की कैटेगरी में जो अनाज शामिल हैं उसमें रागी,लछमी या मंडुआ,कलमी, चेना, कुर्थी (कुलथी), कोदो, जंगोरा मिलेट्स शामिल हैं।