कई लोग भूख ना लगने से परेशान होते हैं तो कई लोगों को आवश्यकता से अधिक भूख लगती है। वैसे तो भूख लगना शरीर के लिए ठीक है, लेकिन अगर बार-बार या ज्यादा भूख लग रही है तो आपको कोई दिक्कत भी हो सकती है। कई बार किसी बीमारी या किसी दिक्कत की वजह से बार-बार भूख लगती है। आइए जानते हैं,भूख लगने के क्या क्या कारण हो सकते हैं।

तनाव- क्या आप जानते हैं लगातार तनाव और चिंता भी अधिक भूख का कारण हो सकते हैं। जब हम मस्तिष्क पर दबाव डालते हैं तो कॉर्टिकोट्रोपिन-रिलीज हार्मोन (सीआरएच) और अड्रेनालाइन का निर्माण होने लगता है जो भूख बढ़ा देता है। लेकिन अगर तनाव बना रहता है, तो अड्रेनल ग्लैंड्स हार्मोन कॉर्टिसोल रिलीज करते हैं, जो भूख बढ़ाते हैं। अगर तनाव और अधिक लंबे समय तक बना रहता है तो कॉर्टिसोल अत्यधिक भूख का बड़ा कारण बन सकता है।

मेंटल हेल्थ डिसॉर्डर- कई बार मेंटल हेल्थ डिसॉर्डर जैसे बायपोलर डिसॉर्डर और मस्तिष्क में केमिकल के असंतुलन से जुड़ा हुआ मैनिक डिप्रेशन, हार्मोनल डेफिशियेंसी और जेनेटिक कारणों से खाना खाने की इच्छा बहुत अधिक बढ़ सकती है। बायपोलर डिसॉर्डर में बहुत सारे मूड स्विंग्स, बहुत अधिक एनर्जी लेवल और इंपल्सिवनेस की समस्या होती है।

पेट के कीड़े- कई बार अत्यधिक भूख आंत के कीड़ों की ओर संकेत भी करती है। ये कीड़े, खासतौर पर टेपवॉर्म आपके अंदर लंबे समय तक रह सकता है और आपको इसका पता भी नहीं चलेगा। ये परजीवी आपके शरीर से सभी आवश्यक पोषण ले लेते हैं और आपको फैट व शुगर दे देते हैं। आपको बहुत अधिक भूख लगनी शुरू हो जाती है और अधिक खाने लगते हैं।

दवाइयां भी है कारण- कुछ दवाइयों की वजह से भी अधिक भूख लगने की समस्या हाइपरफेजिया हो सकती है। कोर्टिकोस्टेरोइड्स, साइप्रोफेटेडाइन और ट्राईसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट दवाओं का सेवन करने वाले लोगों को ये समस्या हो सकती है।

आनुवांशिक- प्रेडर विली सिंड्रोम (पीडब्ल्यूएस) जैसी आनुवांशिक समस्याएं भी अत्यधिक भूख का कारण बन सकती है। इस बीमारी में भूख बढ़ने के साथ साथ मोटापा भी बढ़ता है, छोटा कद रह जाता है और साथ ही मानसिक मंदता के लक्षण भी सामने आते हैं। रिसर्चरों का कहना है कि ऐसा घ्रेलिन (ghrelin) नाम के एक हार्मोन के कारण होता है, ऐसा होता है।