Toxic Metals in Buffalo Milk Samples: शहर में और उसके आस-पास के डेयरी के प्रोडक्ट्स में भैंस के दूध के 100 नमूनों के अध्ययन में पाया गया कि उनमें से कुछ में टॉक्सिक मेटल्स मौजूद हैं, जैसे कि लेड और मर्करी। शोधकर्ताओं का मानना है कि दूध में मेटल इसलिए मिलते हैं क्योंकि फार्म्स इंडस्ट्रीयल एरिया के पास होते हैं। बॉम्बे वेटरनरी कॉलेज, परेल, मुंबई के डिपार्टमेंट ऑफ फार्माकोलोजी और टॉक्सीकोलोजी ने बोरीवली, कल्यान, भिवाड़ी, गोरेगांव और थाने के डेयरी फार्म्स में पाया गया है कि भैंस के दूध में आर्सेनिक, मर्करी, लेड और कैडमिअम मौजूद है।
जबकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) ने दूध में लेड के लिए 0.01 प्रति मिलियन(पीपीएम) का स्टैंडर्ड सेट किया है, बोरिवली के नमूनों में 0.03ppm और गोरेगांव के लोगों ने मेटल के लिए 0.026ppm दर्ज करवाया है। भिवाड़ी के सैम्पल्स में 0.009ppm मर्करी था और थाने के लोगों नें 0.01ppm मेटल पाया- जो WHO स्टैंडर्ड से बहुत अधिक था।
कल्याण के सैम्पल्स में 0.002ppm और 0.014ppm लेड और मर्करी दोनों पाए गए हैं। सैम्पल्स में कैडमियम और आर्सेनिक का कोई उल्लेखनीय निशान नहीं है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इंडस्ट्रीअल एरिया के पास होने वाला डेयरी फार्म और भैंस के होने से मेटल्स का उच्च स्तर मिलने की संभावना अधिक होती है। “डॉ. अश्विनी कांबली ने अध्ययन में कहा,” कई जानवर मेटल्स वाले घास या दूषित पानी पीते हैं जिसके कारण दूध में मेटल्स मिलने की संभावनाएं अधिक हो जाती है।
हालांकि, अध्ययन ने पानी को कॉन्टैमिनेटेड के संभावित स्रोत के रूप में खारिज कर दिया। डॉ. जयंत खंदारे, राइट टू रिसर्च, पुणे के डायरेक्टर और वैज्ञानिक, जिन्होंने दूध में मिलावट का परीक्षण करने के लिए एक रासायनिक विश्लेषण पट्टी विकसित की है। दूध में मिलावट एक ज्ञात घटना है लेकिन टॉक्सिक मेटल्स की उपस्थिति एक गंभीर मामला है और इसका अध्ययन किया जाना चाहिए।
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