Nasal Congestion: खांसी-जुकाम के कारण नाक बंद की परेशानी आम है। नाक में कंजेशन सर्दियों में अधिक देखी जा सकती है। इसे अंग्रेजी में नेजल कंजेशन कहते हैं जिसमें नाक में जमाव, भरी हुई या रुकी हुई नाक जैसी परेशानी होती है। आमतौर पर ये लक्षण साइनस के मरीजों में ज्यादा देखे जाते हैं। साथ ही, धूल-मिट्टी व प्रदूषण से जिन्हें एलर्जी उन्हें भी नाक बंद की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। कभी-कभी खुद से ये समस्या खत्म हो जाती है, लेकिन अगर लंबे समय तक लोग इससे ग्रसित हैं तो ये परेशानी का सबब बन सकती है। ऐसे में दवाइयों के इस्तेमाल से बेहतर है कि घरेलू उपायों को काम में लाया जाए।
निजात दिलाएगा भाप: बंद नाक की परेशानी को दूर करने में सबसे प्रभावी व पुराना तरीका भाप लेना है। इससे लोग तुरंत बेहतर महसूस करने लगते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी बंद नाक से पीड़ित लोगों को भाप लेने की सलाह देते हैं।
किन चीजों की होगी जरूरत:
पानी – 500 मिलीलीटर
अजवाइन – 2 चम्मच
तुलसी पत्ता – 4 से 5
हल्दी – 1 चम्मच
पुदीने के पत्ते – मुट्ठी भर
कैसे बनाएं: पानी को पूरी तरह उबालें। फिर सभी सामग्रियों को पानी में गिरा दें। इसके बाद दोबारा 10 से 20 मिनट तक इस मिक्सचर को उबालें। भाप लेने के लिए मिश्रण तैयार है।
क्या है इस्तेमाल का तरीका: एक बार जब पानी में सभी चीजें ठीक ढंग से मिल चुकी हों, तो उसे गैस पर से उतार लें और फिर 10 मिनट के लिए इससे भाप लें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार दिन भर में इस तरह से मिश्रण तैयार कर दो से तीन बार इसका इस्तेमाल करने से नेजल कंजेशन की परेशानी को दूर किया जा सकता है।
साइनस के मरीज इन फूड्स से करें परहेज: मौसम में बदलाव होते ही साइनस के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। बता दें कि साइनस नेजल कंजेशन का ही एक प्रकार है जिसमें नाक के आसपास के पैसेज में सूजन हो जाती है। सर्दियों में ये परेशानी ज्यादा हो जाती है, ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थों के परहेज से लोग इस परेशानी को कम कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार दही साइनस पेशेंट के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा, टमाटर और आंवला जैसी खट्टी चीजें भी कम खाएं। आइसक्रीम-कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से भी बचना चाहिए।