डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिये ख़राब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव ज़िम्मेदार है। डायबिटीज की बीमारी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। बार बार पेशाब आना, प्यास ज़्यादा लगना, भूख ज़्यादा लगना, वज़न का कम होना और घाव का देरी से भरना डायबिटीज के लक्षण हैं। डायबिटीज का पता लगाने के लिए ब्लड शुगर टेस्ट किया जाता हैं। ये टेस्ट यूरिन और ब्लड दोनों के सैंपल लेकर किए जाते हैं। अगर आप का फ़ेस्टिंग शुगर 100 mg/dLसे ज़्यादा हैं और पोस्ट मील शुगर 120 से 140 mg/dL से ज़्यादा है तो आप डायबिटीज के शिकार हैं।

डायबिटीज से पहले कोई भी इंसान प्री डायबिटीज़ की श्रेणी में आता है। प्री डायबिटीज वो स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर ना तो ज्यादा होता है की डायबिटीज की श्रेणी में आए और ना ही इतना कम होता है कि नार्मल माना जाये। ब्लड शुगर के इस स्तर को प्री डायबिटीज की श्रेणी में रखा जाता है।

ब्लड शुगर की स्टीक जानकारी लेने के लिए Hba1c test किया जाता हैं। अगर रिपोर्ट में फास्टिंग शुगर 124 और खाने के बाद 175- 179 तक आए तो इसे प्री- डायबिटीज कहा जाता है। अगर आप प्री डायबिटीज हैं और ब्लड शुगर को रिवर्स करना चाहते हैं तो कुछ नेचुरल निस्खों की मदद से आप आसानी से शुगर की बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि प्री डायबिटीज की स्थिति में किन नुस्खों को अपनाकर Hba1c को एक यूनिट तक कम कर सकते हैं।

डाइट में इन 3 पोषक तत्वों का रखें ध्यान

अगर आप प्री डायबिटीज हैं और ब्लड शुगर से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो डाइट में तीन पोषक तत्वों का ध्यान रखें। डाइट में कार्बोहाइड्रेट का कम सेवन करें। कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट में प्रोटीन और फाइबर का अधिक सेवन करें। डाइट में इस पैटर्न को अपनाएंगे तो आप 3 महीने में Hba1c को एक यूनिट तक कम कर सकते हैं।

आधा घंटे की वॉक जरूर करें

अगर आप ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आधा घंटे की वॉक जरूर करें। मैक्स हेल्थकेयर गुड़गांव में कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल कहते हैं कि अगर पूरे हफ्ते आप आधा घंटे की वॉक करें तो प्री डायबिटीज की स्थिति को हमेशा के लिए खतम कर सकते हैं।

आंवला का करें सेवन

ICMR के मुताबिक आंवला में एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में जादुई असर करते हैं। विटामिन-सी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर आंवला आंखों की रोशनी बढ़ाता है।

गुड़मार का करें सेवन

औषधीय गुणों से भरपूर गुड़मार का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर गुड़मार का सेवन करने से इंसुलिन का नेचुरल तरीके से उत्पादन होता है और ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है।

विजयसार का करें सेवन ब्लड शुगर हो जाएगी खत्म

आयुर्वेदिक औषधियां ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने में दवाई की तरह असर करती हैं। औषधीय गुणों से भरपूर विजयसार की छाल सूजन को कम करती है और इंसुलिन का नेचुरल तरीके से उत्पादन करती है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कंट्रोल करने में भी असरदार है। इसका सेवन करने से डायबिटीज के लक्षण जैसे बार-बार पेशाब आना,ज्यादा प्यास और भूख लगने जैसे लक्षणों कंट्रोल रहते हैं।