हेल्दी और फिट रहने के लिए शरीर को प्रोटीन और मिनरल्स का जरूरत होती है। हमारे शरीर के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा और बालों की मरम्मत और विकास में मदद करता है और स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखता है। प्रोटीन सिर्फ मांसपेशियों के लिए नहीं, बल्कि पूरे शरीर की सेहत के लिए वरदान है। थकान, वजन बढ़ना, बार-बार बीमार होना या बाल-नाखूनों की कमजोरी जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है। प्रोटीन की कमी से न केवल शरीर कमजोर होता है, बल्कि ब्लड शुगर लेवल गिरने लगता है, जिससे मीठा खाने की तीव्र इच्छा बढ़ जाती है।
एम्स, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने प्रोटीन की कमी के 5 बड़े संकेत बताए, जिन पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है। अगर, समय रहते प्रोटीन की कमी को पूरा नहीं किया जाता तो कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है।
मीठा खाने की तलब
डॉ. सेठी के अनुसार, प्रोटीन की कमी के कारण शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल से बाहर हो जाता है। इससे अचानक कमजोरी महसूस होती है और मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। प्रोटीन भोजन के बाद ग्लूकोज को धीरे-धीरे रिलीज करता है, जिससे एनर्जी लंबे समय तक बनी रहती है।
लगातार थकान और कमजोरी
अगर, किसी को दिनभर बिना वजह थकान महसूस होती है, तो इसका कारण प्रोटीन की कमी हो सकता है। ऐसे में प्रोटीन की कमी को पूरा करना बहुत ही आवश्यक है। पर्याप्त प्रोटीन न मिलने पर शरीर में एनर्जी का लेवल गिरने लगता है और सुस्ती महसूस होती है।
वजन बढ़ना
डॉ. सेठी के मुताबिक, प्रोटीन की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। जब शरीर का बर्न रेट घटता है, तो कैलोरी सही से नहीं बर्न होती और फैट जमा होने लगता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। अगर, वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो प्रोटीन की मात्रा पूरी रखें।
बार-बार सर्दी-जुकाम होना
प्रोटीन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी घट जाती है, जिससे बार-बार सर्दी, खांसी या फ्लू जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
बाल और नाखूनों की कमजोरी
प्रोटीन की कमी का असर आपके बालों और नाखूनों पर भी दिखता है। बाल रूखे, बेजान और झड़ने लगते हैं, जबकि नाखून कमजोर होकर जल्दी टूट सकते हैं।
मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
डॉ. सेठी के अनुसार, प्रोटीन न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और डोपामिन के निर्माण के लिए जरूरी है। इसकी कमी से मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कितनी प्रोटीन जरूरी है?
डॉ. सेठी के मुताबिक, हर व्यक्ति को कम से कम अपने वजन के प्रति किलो पर 1 ग्राम प्रोटीन रोजाना लेना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपका वजन 60 किलो है, तो आपको लगभग 60 ग्राम प्रोटीन की जरूरत है। इसे तीन मुख्य भोजन में बराबर हिस्सों में लेना सबसे बेहतर माना गया है। प्रोटीन की जरूरत पूरी करने के लिए आप अपनी डाइट में दालें और बीन्स, डेयरी उत्पाद, अंडा और मांसाहारी विकल्प, नट्स और बीज आदि को शामिल कर सकते हैं।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।