मासिक धर्म या पीरियड्स के दौरान महिलाएं कई तरह के मानसिक और शारीरिक बदलावों से गुजरती हैं। ये बदलाव एक सामान्य प्रक्रिया हैं, हालांकि इस दौरान की गई कुछ गलतियां इन्हें बदतर बनाने में योगदान कर सकती हैं। साथ ही इन गलतियों के चलते असुविधा का एहसास भी अधिक बढ़ सकता है। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं।
सेहत पर भारी पड़ सकती हैं पीरियड्स के दौरान की गईं ये गलतियां
कम पानी पीना
दरअसल, कई महिलाएं बार-बार बाथरूम जाने के डर से पीरियड्स के दौरान पानी पीना कम कर देती हैं, तो कुछ का मानना होता है कि पीरियड्स के समय में ज्यादा पानी पीने से ब्लड फ्लो भी अधिक होता है। वहीं, अगर आप भी इन्हीं महिलाओं में से एक हैं, तो बता दें कि ये धारणा पूरी तरह गलत है। इससे अलग किसी भी आम दिन की तरह ही मासिक धर्म के दौरान भी हाइड्रेटेड रहना बेहद जरूरी है। इतना ही नहीं, खासकर इस समय शरीर में पानी की कमी होने से पेट में ऐंठन, सूजन, सिर में दर्द आदि परेशानियां अधिक बढ़ सकती हैं। इससे अलग आपको कमजोरी का एहसास भी ज्यादा हो सकता है। ऐसे में समय-समय पर पानी पीते रहें, साथ ही पूरे दिन जलयोजन के स्तर को बनाए रखने के लिए आप पानी से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन भी कर सकती हैं।
पेन किलर का ज्यादा सेवन
पीरियड्स के दौरान ज्यादातर महिलाएं पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द और ऐंठन से परेशान रहती हैं। वहीं, कई बार ये दर्द इतना अधिक होता है कि वे बिस्तर से उठ तक नहीं पाती हैं। ऐसे में राहत पाने के लिए महिलाएं अक्सर पेन किलर का सहारा लेती हैं। हालांकि, आपको बता दें कि अधिक मात्रा में इस तरह की दवाओं का सेवन भी जटिलताएं पैदा कर सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दर्द होने पर आप हर 12 घंटे में एक पेन किलर ले सकती हैं, इससे अधिक मात्रा में पेन किलर के सेवन से बचें। साथ ही किसी भी दवा को लेने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
वहीं, दर्द से राहत पाने के लिए आप हीट थेरेपी, हल्का व्यायाम या हर्बल उपचार जैसे वैकल्पिक तरीकों को अपना सकती हैं।
देर रात तक जागना
कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि अनियमित नींद का पैटर्न भी मासिक धर्म संबंधी लक्षणों को बढ़ा सकता है और हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है। पीरियड्स के दौरान पर्याप्त नींद की कमी से थकान, मूड स्विंग और शरीर में ऐंठन की परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में खासकर इस दौरान देर रात तक जागने से बचें और 8 घंटे की नींद जरूर लें।
शुगर और कैफीन का ज्यादा सेवन
पीरियड्स के दौरान ज्यादातर महिलाओं को कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होती है, साथ ही कई महिलाएं दर्द और ऐंठन को कम करने के लिए कैफीन युक्त कॉफी का सेवन करती हैं। हालांकि, अत्यधिक चीनी और कैफीन दोनों ही मासिक धर्म के दौरान सूजन, चिड़चिड़ापन और हार्मोनल उतार-चढ़ाव को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में क्रेविंग को कम करने और दर्द से राहत पाने के लिए आप हर्बल टी, डार्क चॉकलेट और फलों जैसे हेल्दी विकल्पों को अपना सकती हैं।
वैक्सिंग
पीरियड्स के दौरान हाइजीन सबसे अधिक जरूरी है, हालांकि इस समय वैक्सिंग करने से संवेदनशीलता और दर्द का एहसास बढ़ सकता है। दरअसल, मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव त्वचा को अधिक संवेदनशील बना देता है, जिससे वैक्सिंग करते हुए असुविधा बढ़ सकती है, साथ ही दर्द भी ज्यादा हो सकता है। ऐसे में इस असुविधा को कम करने और हाइजीन को बनाए रखने के लिए आप पीरियड्स से कुछ समय पहले वैक्सिंग कर सकती हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।