डायबिटीज यानी मधुमेह के रोगियों को अपनी डाइट का खास ध्यान रखने के आवश्यकता होती है। क्योंकि, खाने में सतर्कता नहीं बरतने पर शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जिससे कई तरह की गंभीर समस्याएं होने लगती हैं। बता दें, खून में शुगर की मात्रा बढ़ने से दिल से जुड़ी बीमारी, गुर्दे खराब होना और आंखों से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। हालांकि, डायबिटीज से ग्रसित ज्यादातर लोग मूंगफली खाने से बचते हैं।

क्योंकि, उनका मानना है कि मूंगफली शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा और वजन को बढ़ाती है। लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल, हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मधुमेह की बीमारी से ग्रसित लोगों को मूंगफली का सेवन करने की सलाह देते हैं। हालांकि, उसकी मात्रा बेहद ही नियंत्रित होनी चाहिए।

अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के अध्ययन के अनुसार मूंगफली का नियमित तौर पर सेवन करने से टाइप टू डायबिटीज का खतरा काफी कम हो जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित कर शुगर लेवल को भी कंट्रोल करते हैं।

मूंगफली: मूंगफली में अनसैचुरेटेड फैट भरपूर मात्रा में होता है, साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को जल्दी नहीं बढ़ाती। ऐसे में मधुमेह के रोगियों को मूंगफली का सेवन करने की सलाह दी जाती है। बता दें, डायबिटीज से ग्रसित लोगों को ग्लाइसेमिक तत्वों वाला भोजन खाना बेहद ही जरूरी होता है। वहीं, मूंगफली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 13 होता है।

मूंगफली में फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, कैल्शियम, फास्फोरस समेत अन्य पोषक तत्वों की अच्छी-खासी मात्रा होती है। यह हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और सूजन को भी कम करने में मददगार है।

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में कारगर: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मूंगफली शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को पूरे दिन नियंत्रित रखता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम खून में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने नहीं देता। बता दें, करीब 28 मूंगफली में 12 प्रतिशत मैग्नीशियम होता है। जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसिन के अनुसार मैग्नीशियम ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है।

दिल की बीमारी: एक शोध के मुताबिक मूंगफली का नियमित तौर पर सेवन करने से दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा बेहद ही कम होता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी कम करने में कारगर है।